जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : लाइसेंस व वाहनों की आरसी के लिए आरटीओ व डीटीओ कार्यालय के चक्कर काटने से मुक्ति मिलने वाली है। लोग खुद लाइसेंस व आरसी को ई-आधार की तरह डाउनलोड कर सकेंगे। लाइसेंस और आरसी के स्मार्ट कार्ड जल्द बंद होंगे।
आधार की तरह ही ई-मित्र केंद्र से लाइसेंस का प्रिंट लिया जा सकेगा। नए बदलाव से लाइसेंस की फीस भी कम होगी।
लाइसेंस और आरसी में बदलाव के लिए परिवहन विभाग ने प्रक्रिया पूरी कर ली है। राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (निक) ने सॉफ्टवेयर में जरूरी बदलाव भी किए हैं। अफसरों की मानें तो शुल्क कम करने के लिए फाइल वित्त विभाग को भेजी गई है।
परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला की मंजूरी मिलने के बाद नई व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। जिला परिवहन अधिकारी संजीव दलाल कहना है कि विभाग में प्रोसेस चल रहा है, जल्द लोगों को यह सुविधा मिलेगी।
क्यूआर कोड से देख सकेंगे लाइसेंस
नई व्यवस्था के तहत लाइसेंस व आरसी में चिप की बजाय क्यूआर कोड लगाया जाएगा। यातायात पुलिसकर्मी क्यूआर कोड को मोबाइल से स्कैन कर एम परिवहन ऐप पर लाइसेंस व आरसी की डिटेल देख सकेंगे।
क्यूआर कोड वाले लाइसेंस की हार्डकॉपी रखना जरूरी नहीं होगा। सॉफ्ट कॉपी को भी स्कैन किया जा सकेगा।
अभी यह है फीस
- स्थायी लाइसेंस के लिए शुल्क- 1000 रुपए
- स्मार्ट कार्ड का शुल्क- 200 रुपए
- भविष्य में लिया जाने वाला शुल्क-800 रुपए