झुंझुनूं-खेतड़ी : चैत्र नवरात्रि में बढ़ेगी सुख-समृद्धि:इस बार बनेंगे शुभ संयोग, जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और सामग्री

झुंझुनूं-खेतड़ी : चैत्रीय नवरात्रि कल बुधवार से शुरू होंगे। इस अवसर पर घरों और मंदिरों में घट स्थापना कर नौ दिन तक मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाएगी। ज्योतिषाचार्य के अनुसार नवरात्रि में खरीदारी के लिए हर दिन शुभ रहेगा। इस दौरान सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, द्विपुष्कर और रवियोग बनेंगे, जिनमें खरीदी गई कोई भी वस्तु जीवनभर शुभ फलदायी रहती है। इधर, बुधवार से ही भारतीय नववर्ष विक्रम संवत् 2080 शुरू हो रहा है। जिसके स्वागत में विभिन्न संगठनों की ओर से तैयारियां की गई हैं। खेतड़ी शहर में कई आयोजन भी होंगे।

नए संवत का नाम नल, बुध होंगे राजा
मनशा देवी शक्ती पीठ के ज्योतिषाचार्य पंडित चेतन शर्मा ने बताया कि इस नवसंवत् का नाम नल है। नए वर्ष के राजा बुध हैं और मंत्री शुक्र हैं। बुध और शुक्र की वजह से नववर्ष सभी के लिए शुभ रहेगा। व्यापारियों को इस साल बड़े लाभ मिल सकते हैं, व्यापार का विस्तार हो सकता है। बुधवार से चैत्र नवरात्रि शुरू होगी, इसे रामरात्र भी कहा जाता है। बुध के राजा होने से इस साल सुख-समृद्धि बढ़ेगी। इसके साथ ही शुक्र के मंत्री होने से वैभव और संपत्तियों में बढ़ोतरी होगी।

भोपालगढ़ किले पर स्थित मंदिर में विराजमान चुड़ावत सती माता की प्रतिमा।
भोपालगढ़ किले पर स्थित मंदिर में विराजमान चुड़ावत सती माता की प्रतिमा।

चैत्र नवरात्रि में ऐसी रहेगी ग्रहों की स्थिति
ज्योतिषाचार्य पंडित चेतन शर्मा के अनुसार इस नवरात्रि की शुरुआत में गुरु अपनी राशि मीन में सूर्य के साथ रहेगा। शनि अपनी राशि कुंभ में है। शुक्र और राहु की युति मेष राशि में रहेगी। शनि की तीसरी पूर्ण दृष्टि शुक्र-राहु पर रहेगी। इस वजह से चैत्र नवरात्रि में तंत्र से जुड़े काम जल्दी सफल हो सकते हैं।

रामचरित मानस, देवी सूक्त का पाठ और शिव की करें पूजा
चैत्र नवरात्रि की अंतिम तिथि नवमी पर श्रीराम का प्रकट उत्सव मनाया जाता है। नवरात्रि में श्रीराम चरित मानस का पाठ करना चाहिए और अपने इष्टदेव के मंत्रों का जप करना चाहिए। श्रीराम चरित मानस, देवीसुक्त और देवी पुराण का पाठ करने और शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल चढ़ाने पर सभी कष्ट दूर होते हैं।

माता मनशा देवी की प्रतिमा।
माता मनशा देवी की प्रतिमा।

चैत्र नवरात्रि यानी देवी पूजा के नौ दिन
नवरात्रि को लेकर मान्यता है कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर देवी दुर्गा ने महिषासुर को मारने के लिए खुद को 9 स्वरूपों में प्रकट किया था। सभी देवताओं ने देवी को अलग-अलग शक्तियां और अस्त्र-शस्त्र भेंट किए थे। इस प्रक्रिया में पूरे नौ दिन लगे थे। इस मान्यता की वजह से चैत्र शुक्ल पक्ष में नौ दिनों तक देवी पूजा की जाती है।

खेतड़ी के इन मंदिरों में होगा आयोजन
नवरात्र के अवसर पर खेतड़ी कस्बे के महत्वपूर्ण मंदिरों में भव्य आयोजन किया जाएगा। जानकारी के अनुसार पपुरना के ऐतिहासिक मनशा देवी मंदिर, भोपालगढ़ किले में चुड़ावत सती माता मंदिर, मुख्य बाजार स्थित वराही देवी मंदिर, धोबी घाट स्थित काली माता मंदिर, चुडी गट्टा परिसर मे नवरात्र स्थापना कर भव्य आयोजन किया जाएगा। नवरात्र को लेकर मंदिरों की सजावट को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

Web sitesi için Hava Tahmini widget