जयपुर : कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज ने ब्राह्मण महापंचायत में राजस्थान में ब्राह्मण को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में 80 लाख ब्राह्मण हैं,तो ऐसी स्थिति में राजस्थान में मुख्यमंत्री ब्राह्मण क्यों नहीं बनाया जाए ? उन्होंने भाजपा और कांग्रेस दोनों के ब्राह्मण नेताओं को आह्वान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि उन्हें अपने जाति के लोगों को ज्यादा से ज्यादा टिकट दिलाए जाने की मांग करनी चाहिए।
विद्याधर स्टेडियम में आयोजित ब्राह्मण महापंचायत में पुष्पेंद्र भारद्वाज ने यह मांग उठाई। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों को 60 टिकट मिलने चाहिए। मौजूदा स्थिति में मात्र 17 ब्राह्मण विधायक रह गए हैं। जबकि इससे पहले 60 से ज्यादा ब्राह्मण विधायक जीतकर आते थे और मुख्यमंत्री भी ब्राह्मण बनता था। उन्होंने कहा वह समय फिर से वापस लाना है। इसके लिए ब्राह्मणों को अब दोनों राजनीतिक दल को अपनी शक्ति का एहसास कराना पड़ेगा। उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि इससे पहले इसी स्टेडियम में दूसरी जाति का महाकुंभ हुआ था,लेकिन आज ब्राह्मणों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर यह जता दिया है कि उनमें भी दम है।
आप लोग धर्म को धारण करने वाले हो
महापंचायत को संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आपने जो एकता दिखाई, इस एकता को ऐसे ही बनाए रखना। आज ऐतिहासिक काम यह हुआ है कि भगवान परशुराम पर डाक टिकट जारी हुआ है, यह सब आपकी एकता का परिणाम है। हमारी यह एकता राष्ट्र के निर्माण में अधर्म को दूर करने में लगेगी। आप लोग धर्म को धारण करने वाले हो, आप धर्म की रक्षा करने वाले हो। परशुरामजी ने भगवान शिव से विराट तपस्या के बाद धर्म की रक्षा के लिए फरसा प्राप्त किया था।
जयपुर ब्राह्मण महापंचायत में 5 लाख से ज्यादा पहुंचे लोग, पांडाल से 3 गुना पब्लिक सड़क पर नजर आई। #ब्राह्मण_महापंचायत pic.twitter.com/nOMH2aYuI2
— Voice Of Brahmins ब्राह्मण (@VoiceOfBrahmins) March 19, 2023
आप मुझे कभी सर मत बोलना
रेल मंत्री ने आगे कहा कि सभी में यही उर्जा और एकता रहनी चाहिए। मैं आपका भाई हूं। आप मुझे कभी सर मत बोलना। मुझे कभी भी अश्विनीजी मत बोलना, मुझे केवल अश्विनी भाई बोलना। रेल मंत्री ने कहा कि राजस्थान को आज से 10 साल पहले 600 करोड़ मिलते थे। प्रदेश के 82 स्टेशनों को वल्र्ड क्लास स्टेशन के तौर पर विकसित किया जा रहा है।
तिवाड़ी बोले- ईडब्ल्यूएस के सारे लाभ मिलने चाहिए
राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि ईडब्ल्यूएस आरक्षण में वह सारे लाभ मिलने चाहिए जो दूसरे आरक्षण में मिलता है। हमारे जितने भी सनातन धर्म के मंदिर और धर्म स्थान हैं, उन मंदिरों को सरकारी नियंत्रण में करने का अधिकार नहीं हो। मंदिरों पर केवल हिंदुओं का अधिकार होना चाहिए।
जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि विप्र समाज को पहले कम आंका जाता था। आज की इस महापंचायत ने उनको जवाब दे दिया। आर्थिक दृष्टि से ब्राहाण भले ही पिछड़ा हो सकता है, लेकिन सांस्कृतिक रूप से उसने एकता का काम किया है। चितौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने कहा कि कोई भी धर्म में अगर हमारी बहन-बेटी के साथ गलत बर्ताव करता है तो ब्राहाण समाज को उठ खड़ा होना चाहिए।
आज ना चेते तो कभी नहीं चेतेंगे
पुष्पेंद्र भारद्वाज ने कहा- पिछले दिनों इसी विद्याधर नगर स्टेडियम पर एक समाज ने अपनी हुंकार भरी थी और बड़े-बड़े नेताओं ने कहा था कि उन्हें मुख्यमंत्री चाहिए। तो मैं कहता हूं ब्राह्मणों में कोई कमी है क्या? राजस्थान में अगर किसी जाति की सबसे ज्यादा जनसंख्या है तो वह ब्राह्मणों की है। दोनों पार्टियों के नेता यहां पर आए थे, मैं कहना चाहता हूं जब तक हम लोग राजनीति में आगे नहीं बढ़ेंगे, तब तक ब्राह्मणों का भला नहीं होने वाला है । भारद्वाज बोले- दोनों पार्टियों के बड़े नेताओं को निवेदन करता हूं कि हमें 30 -30 टिकट चाहिए । कांग्रेस-बीजेपी से कुल 60 टिकट चाहिए। समाज आज नहीं चेतेगा तो कभी नहीं चेतेगा।
जो एकता दिलाई उसे हमेशा बनाए रखना-रेल मंत्री
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि समाज ने जो एकता आज दिलाई है, उसे हमेशा बनाए रखना। आज ऐतिहासिक काम यह हुआ है कि भगवान परशुराम पर डाक टिकट जारी हुआ है, यह आपकी एकता का परिणाम है। वैष्णव बोले- हमारी यह एकता राष्ट्र निर्माण में और अधर्म को दूर करने में लगेगी। आप लोग धर्म को धारण करने वाले हो, आप धर्म की रक्षा करने वाले हो। भगवान परशुरामजी ने भगवान शिव से विराट तपस्या के बाद धर्म की रक्षा के लिए फरसा प्राप्त किया था। सब में यही ऊर्जा और एकता रहनी चाहिए। मैं आपका भाई हूं। आप मुझे कभी सर मत बोलना। मुझे कभी अश्विनी जी मत बोलना, मुझे केवल अश्विनी भाई बोलना।
राजस्थान में 82 रेलवे स्टेशन बनेंगे वर्ल्ड क्लास
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि राजस्थान को 10 साल पहले 600 करोड़ रुपए रेलवे मद में मिलते थे। लेकिन अब 9532 करोड़ का अनुदान रेलवे से मिल रहा है। राजस्थान के 82 रेलवे स्टेशनों का निर्माण वर्ल्ड क्लास स्टेशन के तौर पर किया जाएगा। इनमें आबू रोड, अजमेर, अलवर ,आसलपुर ,जोबनेर, बालोतरा ,बांदीकुई, बारां, बाड़मेर, ब्यावर,भरतपुर, भवानी मंडी, भीलवाड़ा, विजयनगर, बीकानेर, बूंदी, चंदेरिया, छबड़ा, चित्तौड़गढ़ जंक्शन, चूरू ,रतानिया कला, देशनोक, डेगाना, डीडवाना, फालना,फतहनगर, गांधीनगर जयपुर, फतेहपुर शेखावाटी, गंगापुर सिटी के रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
मंदिरों पर केवल हिन्दुओं का अधिकार होना चाहिए
बीजेपी के राजस्थान से राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कहा- मंदिरों पर केवल हिंदुओं का अधिकार होना चाहिए । हमारे जितने भी सनातन धर्म के मंदिर और धर्म स्थान हैं, उन मंदिरों को सरकारी नियंत्रण में रखने का अधिकार नहीं हो। जो हमारे मंदिर सरकारों के कंट्रोल में हैं, वो मंदिर समाज को वापस लौटाए जाएं। जिस प्रकार वक्फ बोर्ड है,उसी तर्ज पर हिंदू रिलीजियस एक्ट होना चाहिए। मंदिरों पर केवल हिंदुओं का अधिकार होना चाहिए। सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि ईडब्ल्यूएस आरक्षण में वह सारे लाभ मिलने चाहिए जो दूसरे आरक्षण में मिलते हैं।
आपसी टांग खिंचाई बंद करें- सीपी जोशी
चित्तौड़गढ़ से बीजेपी सांसद सीपी जोशी ने ब्राह्मण महापंचायत में कहा कि कोई भी धर्म का व्यक्ति अगर हमारी बहन-बेटी के साथ गलत बर्ताव करता है,तो ब्राह्मण समाज को उठ खड़ा होना चाहिए। हमें आपस में खुद के समाज के लोगों की आलोचना करना और टांग खींचना बंद करना होगा। गरीब की बेटी की सभी को मदद करनी होगी।
कम आंकने वालों को जवाब दे दिया
बीजेपी के जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि विप्र समाज को पहले कमतर आंका जाता था। लेकिन आज हुई इस महापंचायत ने उन्हें जवाब दे दिया है, जो ब्राह्मण समाज को कम आंकते थे। आर्थिक दृष्टि से ब्राह्मण भले ही पिछड़ा हो सकता है, लेकिन सांस्कृतिक और शैक्षणिक रूप से वह समृद्ध है और समाज ने हमेशा एकता का काम किया है।
भीड़ इतनी उमड़ी की रैलिंग टूट गई
ब्राह्मण महापंचायत के मंच पर सिर्फ संत-महात्माओं, महंतों को जगह दी गई। इस महापंचायत में कई समाजों के नेता जुटे। ब्राह्मण समाज के नेताओं के अलावा बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, गोलमा देवी सहित कई समाजों के नेता महापंचायत में पहुंचे। भीड़ ज्यादा होने के कारण मंच के बाईं ओर की रैलिंग भी टूट गई। भीड़ ने वीआईपी पांडाल में घुसने की कोशिश की। स्वयंसेवकों और पुलिस-प्रशासन ने व्यवस्थाओं को सम्भाला ।