जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं-उदयपुरवाटी : उदयपुरवाटी कस्बे के वार्ड नंबर 26 में 7 नंबर बत्ती के पास व्यापारियों का मोहल्ला का है मामला। इंद्रा देवी ने नामजद दर्ज कराई थी रिपोर्ट। धारदार हथियार से जानलेवा हमला करने पर कार्यवाही नहीं करने के लगे उदयपुरवाटी पुलिस पर आरोप। घटना 21 फरवरी की है जो कुछ ऐसा है की पड़ोसियों के हल्के से विवाद पर धारदार हथियार से वार कर दिया।
मंगलवार सुबह द्रोपती पत्नी बनवारीलाल ने अपने घर के गेट के आगे झाड़ू लगा रही थी। इस दौरान पड़ोसी पूजा, मनीषा और संतरा एकराय होकर आई और गाली ग्लोच करने लगी। घर के बाहर झाड़ू लगाने से मना करते हुए लड़ाई झगड़ा करने पर उतारू हो गई। उसी समय द्रोपती के पति बनवारी लाल ने बीच बचाव करके छुड़वा दिया। जिसके बाद द्रोपती नरेगा में काम करने के लिए चली गई। जब द्रोपती नरेगा का काम करके दोपहर को वापस लौटी तो पूजा, मनीषा और संतरा ने मिलकर द्रोपति के साथ मारपीट की। जिसके बाद शाम को द्रोप्ति की बड़ी बहन इंद्रा अपने घर आई तो बहन के साथ मारपीट करने का कारण पूछा तो उसी के साथ भी गाली ग्लोच करते हुए इंद्रा के साथ भी मारपीट की गई। उसी समय सुनील असवाल बाइक लेकर आया और बाइक से धारदार हथियार निकालकर इंद्रा पर जानलेवा हमला कर दिया। इंद्रा के चेहरे पर हथियार से वार कर दिया। उसके बाद किसी ने हथियार को ले लिया तब सुनील और उनके घर वाले ने गाली ग्लोच करते हुए लात घुसो से मारा। तब इंद्रा गंभीर रूप से घायल हो गई थी। पीड़ित महिला ने बताया की पुलिस को सूचना देने के एक घंटे देरी से पहुंची। ओर फिर किसी वाहन से उदयपुरवाटी की सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से इंद्रा को सीकर के एसके अस्पताल में रैफर कर दिया था।
तीन दिन तक सीकर के एसके अस्पताल में भर्ती रही थी इंद्रा देवी। पीड़ित महिला ने बताया कि उच्च अधिकारियों से जानकारी होने के कारण चार दिन तक पुलिस ने मुकदमा दर्ज नही किया। अंत में 24 फरवरी को मुकदमा दर्ज किया। पीड़ित महिला इंद्रा देवी ने मुकदमा दर्ज करवाया है। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि इतनी बड़ी घटना होने पर भी पुलिस हमारा साथ नही दे रही हैं और न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। और अपराधी को गिरफ्तार करने की बजाय बेखौप घूम रहा हैं उसे गिरफ्तार करने की मांग की। थानाधिकारी बृजेंद्र सिंह ने बताया की कार्यवाही कर रहे हैं।