झुंझुनूं-उदयपुरवाटी : उदयपुरवाटी पंचायत समिति की प्रधान माया गुर्जर ने रिश्वत प्रकरण में जेल से जमानत पर रिहा होकर 35 दिन बाद शुक्रवार को वापस अपनी कुर्सी संभाल ली। इस दौरान प्रधान समर्थकों ने मिठाई बांटकर खुशी मनाई है। इस मौके गुर्जर ने कहा कि मैं ईमानदारी से अपना काम करती आई हूं, जिन्होंने मेरे खिलाफ साजिश की, उन्हें जरुर सजा मिलेगी।
जानकारी के अनुसार जमानत पर रिहा होकर आई प्रधान माया गुर्जर ने शुक्रवार को पंचायत समिति स्थित अपने चेंबर में पहुंचकर वापस कुर्सी संभाल ली है। पंडित उपेंद्र शर्मा ने विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना कराके प्रधान गुर्जर को कुर्सी पर बैठाया। बीडीओ लालचंद कनवा और पंचायत समिति सदस्य रामसिंह खेदड़ ने गुलदस्ता भेंटकर अभिनंदन किया।
इस मौके पर रामनिवास मूंड टोडी, रामसिंह खेदड़, शिवा खटाना, रोहिताश्व गुर्जर बागोरा, नितेश सैनी, बाघोली सरपंच जतन किशोर सैनी, किशोर सैनी इंद्रपुरा, धर्मराज सैनी चंवरा, प्रभातीलाल सैनी ककराना, बजरंगलाल खटाना, पूर्णसिंह खटाना, राजेंद्र गुर्जर, पप्पूराम, बिहारी चनेजा, राजेश नाटास आदि मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि प्रधान माया गुर्जर के देवर भोलाराम गुर्जर को सीकर एसीबी टीम ने 50 हजार रुपए रिश्वत लेते पकड़ा था। टीम ने उसी दिन प्रधान माया देवी और तत्कालीन बीडीओ बाबूलाल रैगर को भी गिरफ्तार किया था। राजस्थान उच्च न्यायालय ने 17 फरवरी को प्रधान माया गुर्जर की जमानत याचिका स्वीकार कर ली थी। उसके बाद 20 फरवरी को उनको जेल से रिहा किया गया।