झुंझुनूं-खेतड़ी(मेहाड़ा) : मेहाडा पुलिस ने सोमवार को जमीन के विवाद को लेकर जानलेवा हमला कर हत्या के प्रयास की वारदात का खुलासा करते हुए एक महिला सहित दो जनो को गिरफ्तार किया है। डीएसपी हजारीलाल खटाना ने बताया कि दुधवा निवासी चेतराम ने 15 जनवरी को रिपोर्ट दी कि वह 8 जनवरी की शाम को खाना खाकर अपने घर की बैठक में सो रहा था। रात करीब दो बजे उसका भाई मुकेश, भाभी सरोज उसके साथ आए तथा मारपीट करने लगे। इस दौरान उन्होंने तीन- चार अन्य लोगों को भी बुला लिया और उसे गाड़ी मे डालकर मारपीट कर बेहोश अवस्था में शिमला के पास एक निजी कॉलेज के सामने सड़क किनारे पटक गए। जब उसे होश आया तो जयपुर के निजी अस्पताल में इलाज करवा रहा था।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो सामने आया कि चेतराम व मुकेश कुमार दोनों सगे भाई हैं, जिसमें मुकेश की शादी हो चुकी है, जबकि चेतराम अविवाहित था। चेतराम ने अपने विवाह करने के लिए अपने हिस्से की कुछ जमीन बेचकर मकान बनाने शुरू किए। जिससे आरोपियों को लगा कि यदि इसकी शादी हो गई तो उनके हिस्से में आने वाली आधी जमीन उनके हाथ से निकल जाएगी। जमीन से हाथ से निकलता देख आरोपियों ने चेतराम की हत्या करने की साजिश कर डाली। इस दौरान आरोपी मुकेश ने हथियार से अपने भाई की हत्या करने का प्रयास किया, लेकिन कारतूस खो जाने पर वह वारदात को अंजाम नहीं दे पाया। इसके बाद 5 जनवरी को जब चेतराम नारनौल गया तो उसे एक्सीडेंट में मारने का प्रयास किया, लेकिन वह वहां से निकल जाने के कारण आरोपियों की वारदात का शिकार नहीं हो पाया।
इसके बाद 8 जनवरी को आरोपी संदीप गुर्जर, संजय उर्फ संजू कैंपर गाड़ी लेकर आए ओर चारपाई पर सोए हुए चेतराम को गला दबाकर मारने का प्रयास किया और बेहोशी की हालत में उसे शिमला के पास छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस ने आरोपियों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी। जिस पर पुलिस ने मुकेश पुत्र लीलाधर निवासी दुधवा, संदीप पुत्र छितरमल निवासी मंगलपुर हरसोरा को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, जबकि वारदात में शामिल सरोज देवी पत्नी मुकेश कुमार, संजय उर्फ संजू निवासी खटाना की ढाणी ढाकला थाना बानसूर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है तथा वारदात के दौरान काम में लिया हथियारों की जानकारी जुटाई जा रही है। इस दौरान टीम में थानाधिकारी सरदारमल यादव, एएसआई बाबूलाल, एचसी अमर सिंह, कांस्टेबल रोहितास, महिला सिपाही उषा बारी आदि शामिल थे।