झुंझुनूं-खेतड़ी(बबाई) : बबाई के भीम नगर बंजारा बस्ती में प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से हुई उपद्रवी झड़प का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राजस्थान घुमंतु समुदाय बोर्ड के पूर्व चेयरमैन राज्यमंत्री गोपाल केशावत शनिवार को बबाई के बंजारा बस्ती पहुंचे। बंजारा बस्ती के लोगों से मिलकर स्थिति का जायजा लिया। प्रशासन द्वारा तोड़े गए मकान और बंजारा घुमंतु समुदाय के हुए नुकसान के बारे में भी पूर्व राज्य मंत्री गोपाल केशावत ने जाना। धरना स्थल पर सीएम हाउस को फोन कॉल पर शिकायत दर्ज कर मामले की निष्पक्ष जांच करने की बात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक पहुंचाने की शिकायत दर्ज कराई।
जैसा उसने कहा राजस्थान प्रदेश में घुमंतु समुदाय को खदेड़ा तो बर्दाश्त नहीं होगा। क्या सालों साल जंगलों में विचरण करने वाले घुमंतु समुदाय को सरकार बसाना चाहती है लेकिन रसूखदारूओं के इशारे पर अन्यायिक तरीके से वंचित दलित घुमंतू आदिवासी समुदाय को सताया तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गलत मंशा से बबाई की बंजारा बस्ती के लोगों को सताना ठीक नहीं है उन्होंने कहां कि अंग्रेजी हुकूमत की तर्ज पर बंजारों को खदेड़ना मकानों पर बुलडोजर चलाकर गरीबों के आशियाना तोड़ना भर्त्सना करने योग्य है। घटना के बाद प्रशासन द्वारा गरीब लोगों को सताना बिजली-पानी के कनेक्शन काटना तथा बच्चों को स्कूल जाने से भयभीत करना निंदनीय पक्षी है जिसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही एवं हाईकोर्ट में पिटीशन दायर करेंगे।
इस मौके पर आदिवासी जनजाति समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष केसी घुमरिया ने धरना पर संबोधित करते हुए कहा कि किसी के दबाव में गरीब लोगों को सताना ठीक नहीं है उन्होंने कहा कि डेवलपमेंट के लिए अच्छा कार्य होता है तो उनका स्वागत करते हैं लेकिन गरीब लोगों को सताना और आज ने अतिक्रमण को संरक्षण देना यह कहां का न्याय है उन्होंने कहा कि प्रशासन ने किसी के इशारे पर गरीबों के मकानों पर बुलडोजर चलाया है यह बर्दाश्त करने योग्य बात नहीं है बिना नोटिस अतिक्रमण हटाने कहां जरूरत थी। घटना के बाद घुमंतू वंचित वर्ग के लोगों को डरा धमका कर उन्हें खदेड़ना तथा बच्चों को भयभीत करना पानी बिजली का कनेक्शन काटना इस सरेआम अन्याय है इस अन्याय के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा कर शासन प्रशासन के खिलाफ कार्यवाही करवाएंगे उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की क्रियविति को रोककर स्थानीय रसूखदारूओं गहलोत सरकार की छवि खराब करने पर तुली हुई है यदि बंजारा समुदाय के लोगों को सताया तो बड़ा आंदोलन करेंगे उन्होंने सरकार से मांग की है कि बंजारा समुदाय के तोड़े गए मकानों का मुआवजा पुनर्वास हेतु पट्टा जारी कर इसी बेशकीमती जमीन पर बसाने की कार्यवाही करने पर बल दिया।
धरने के मुख्य अतिथि घुमंतु समुदाय कल्याण बोर्ड के पूर्व चेयरमैन गोपाल कशावत, आदिवासी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष केसी घूमरिया, ईश्वर बंजारा सीकर, नईमुद्दीन पपुरना, उमरदीन विशिष्ट अतिथि थे। जबकि धरने की अध्यक्षता बंशीधर बंजारा ने की। धरने को संबोधित करते हुए छात्रा पूजा बंजारा ने कहा कि वह भी पढ़ लिखकर अपने समाज का नाम रोशन करना चाहते हैं लेकिन इस तरह से उन्हें खदेड़ा जा रहा है यह अच्छी बात नहीं है उनकी पढ़ाई डिस्टर्ब हो रही है वह अपनी मातृभूमि को छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे।
इस मौके पर रणमल बंजारा बगड़ावत रोशन गोरी रतन बंजारा सिंबू बंजारा शंकर बंजारा सत्यवीर बंजारा राम सिंह बल्लू सुभाष मोर सिंह हवा सिंह नितेश ठाकुर बंजारा मुकेश, भीमा देवी, चरण सिंह, जगनाराम धानिया, संत कुमार मेहरडा, इंद्राज मरोड़िया, चौधरी मनीराम काजला लोयल, बिल्लू बंजारा बीरबल मांगीलाल सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।