झुंझुनूं-खेतड़ी : वन विभाग के कर्मचारियों ने सोमवार को राजस्थान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश व्यापी आह्वान पर खेतड़ी रेंज कार्यालय के सामने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कर्मचारी धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की विरोध जताया।
कर्मचारियों ने बताया कि वन विभाग में 8वीं और 10वीं पास कार्य प्रभारी वन कर्मियों को पहले की तरह आयु सीमा व योग्यता में राज्य सरकार के वित्त विभाग द्वारा शिथिलता देते हुए पहले की तरह वनरक्षक के पद का समायोजन किया जाए, जंगलों में राजकार्य करने वाले वनकर्मियों को मैस भत्ते की राशि में बढ़ोतरी की जाए, वन विभाग में कार्यरत प्रभारियों की ग्रेड पे अन्य विभागों की तरह बढ़ाई जाए, राजस्थान वन विभाग श्रमिक संघ के साथ हुए पूर्व में समझौते को लागू किया जाए, विभाग में कार्यरत कार्मिकों की तरह वर्दी वेतन भत्ता बढ़ाया जाए, अवैध शिकार, अतिक्रमण, कटान आदि कार्यों की रोकथाम के लिए स्वयं के हथियार दिलवाए जाएं, वन विभाग में कार्यरत वाहन चालक को भी योग्यता अनुसार पदोन्नति के अवसर प्रदान किए जाए, वन विभाग में वाहन चालकों को उनके समकक्ष पदों के वनकर्मियों समान वर्दी लागू की जाए, विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को अभयारण्य, नेशनल पार्क में निशुल्क प्रवेश की व्यवस्था की जाए, विभागीय कर्मचारियों को विश्राम गृह में रुकने की व्यवस्था आदि में बढ़ोतरी की जाए तथा ड्यूटी का समय निर्धारित करने सहित 15 सूत्रीय मांग को लेकर विरोध जताया।
उन्होंने बताया कि पहले भी सरकार के साथ विभाग के कर्मचारियों की वार्ताएं हुई थी, लेकिन कोई ठोस निर्णय नहीं निकल पाया। यदि सरकार इस बार कर्मचारियों की मांगें नहीं मानेगी, तो प्रदेशव्यापी आह्वान पर सभी वनकर्मी जयपुर कूच करेंगे और विधानसभा का घेराव कर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे।
इस मौके पर सरला शर्मा, अनीता चौधरी, सुमेर सिंह, बिरजू सिंह, रतन सिंह, जितेंद्र सिंह, साधु राम, अरुण कुमार, ओमप्रकाश, महेंद्र सिंह, महिपाल सिंह रिणवा, कुलदीप, महेंद्र, ईश्वर, सांवरमल, सत्यवान पूनिया सहित अन्य वनकर्मी मौजूद रहे।