झुंझुनूं-उदयपुरवाटी : राजस्थान के सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के खिलाफ गुरुवार को FIR दर्ज हुई थी। वार्ड पंच (ग्राम पंचायत मेंबर) गब्बर सिंह उर्फ दुर्गा सिंह ने अपने साथ मारपीट और अपहरण का आरोप लगाया था। गब्बर कांग्रेस का कार्यकर्ता भी है। पुलिस के इस कार्रवाई पर शुक्रवार को गुढ़ा ने बयान दिया है।
उन्होंने कहा- किसी विधायक या मंत्री के खिलाफ थाने में सीधे मामला दर्ज हो जाना, सोचने वाली बात है। मेरी वाइफ ने पहले ही कहा था कि पंगे मत लो? मंत्री ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सवाल उठाए। कहा- राजस्थान के मुख्यमंत्री ही गृह मंत्री हैं। उन्हें अपने मंत्री पर इतना भी इकबाल नहीं कि इस मुकदमे से पहले मेरी जानकारी ले लेते कि मामला क्या है?
वार्ड पंच को क्या पीटता, उसका हाथ पहले ही टूटा हुआ था
गुढ़ा ने कहा- वार्ड पंच से पीड़ित महिला विमला कंवर उनके पास आई थी। विमला दो बच्चियों को लेकर आत्महत्या करने की हालत में थी। मेरे पास पैसे की व्यवस्था नहीं थी। एक-दो लोगों को बोलकर पैसे की व्यवस्था कराई। सीएम को कहूंगा अपनी टीम पर विश्वास रखें। जानकारी लें। वो महिला मर सकती थी। उसकी बच्चियों की शादी थी। उसने कहा था कि मैं सुसाइड कर लूंगी। महिला की मदद का मेरे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था। वो (वार्ड पंच) तो चीटर है। हाथ तो उसका पहले से टूटा हुआ है। उसका एक्सीडेंट हुआ था। उसकी क्या पिटाई करता।
महिला बोली- मंत्री का भगवान भला करे
मामला गरमाने के बाद अब विमला कंवर भी सामने आई है। अपने बयानों में मंत्री गुढ़ा ने इसी महिला का जिक्र किया है। विमला ने बताया- मेरी दो बेटियों महिमा और मनीषा की शादी 21 फरवरी की है। मंत्री गुढ़ा के पास में 27 जनवरी की सुबह 6 बजे गई थी। सुबह 11 बजे मंत्री आए। मैंने मंत्री से शिकायत की कि वार्ड पंच न प्लॉट दे रहा है और न पैसे दे रहा है। बेटियों की शादी में 20 -21 दिन बचे हैं।
मंत्री ने गब्बर (वार्ड पंच) का मुझसे नंबर लिया और फोन करके कहा कि इस महिला के पैसे दो। इसका पूरा पेमेंट करो। इस पर गब्बर मेरे पर ही कलंक लगाने लगा। बोला- इनका और मेरा मैटर ही अलग है। मैंने मंत्रीजी से फोन लेकर कहा- तुम्हारे घर में कोई दीपक जलाने वाला नहीं मिलेगा।
इसके बाद मंत्रीजी ने मुझे भरोसा दिया। कहा- रोओ मत। अब तुम्हें आवास के बाहर पैसे देकर ही निकलूंगा। मंत्री ने मुझे 3.84 लाख रुपए तुरंत दिए। मंत्रीजी का भगवान भला करे। गब्बर ने कहा था कि वह मंत्रीजी को 6 फरवरी को पेमेंट करेगा। पता नहीं उसने पेमेंट दिया या नहीं।
लाखों की रुपए की ठगी का आरोप
मंत्री राजेंद्र गुढ़ा पर केस दर्ज कराने वाला वार्ड पंच गब्बर सिंह ककराना (वार्ड 31) का रहने वाला है। वह कांग्रेस का कार्यकर्ता है। उसने नीम का थाना में प्लॉट दिलवाने के नाम पर मंडावरा में कुछ महिलाओं के साथ लाखों रुपए की ठगी की है। गुढ़ा ने कहा कि पीड़ित महिला का मामला लेकर वे सीकर एसपी से मिलने नीम का थाना गए थे।
वहां गब्बर सिंह गाड़ी में आकर बैठ गया और बोला आपके साथ चलकर बात करता हूं। उसका हाथ पहले से टूटा हुआ था। मैं उसके साथ क्या मारपीट करता? उसके भाइयों ने जल्दी ही रुपए देने की बात कही थी। इसीलिए महिला को अपने स्तर पर पैसे दिए थे।
रिपोर्ट सीआईडी सीबी को भेजी
नीम का थाना कोतवाली थाना इंचार्ज विजय चंदेल ने कहा- मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। अब इसकी जांच के लिए रिपोर्ट सीआईडी सीबी को भेजी गई है। मंत्री राजेंद्र गुढ़ा समेत तीन के खिलाफ अपहरण, मारपीट व कागजात पर जबरन हस्ताक्षर करवाने की एफआईआर हुई है।
ये है पूरा मामला
नीम का थाना के वार्ड 31 निवासी गब्बर उर्फ दुर्गा सिंह ककराना पंचायत का वार्ड पंच है। उसने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के खिलाफ गुरुवार को नीम का थाना थाने में किडनैप कर मारपीट का मामला दर्ज कराया था। उसने कहा था कि वह उदयपुरवाटी में कई राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल होता है। इसलिए मंत्री गुढ़ा उससे रंजिश रखते हैं।
वार्ड पंच ने आरोप लगाया था कि 15 दिन पहले मंत्री गुढ़ा ने उसे फोन कर धमकाया था। बोले थे- तेरे को राजनीति करना सिखाऊंगा। जवाब दिया तो फोन काट दिया। 27 जनवरी की दोपहर 12 बजे मंत्री ने फोन कर लोकेशन पूछी। मैं तब नीम का थाना था। आधे घंटे बाद राजेंद्र गुढ़ा अपने ड्राइवर और पीए कृष्ण कुमार के साथ सरकारी गाड़ी में आए।
इसके अलावा एक लाल रंग की कार थी और एक पुलिस की कार थी। गुढ़ा के अलावा करीब 10 लोग थे। विमला कंवर भी उनके साथ थी। इसके बाद वे लोग उसे एक फॉर्म हाउस पर लेकर गए और धमकाया। वार्ड पंच ने रिपोर्ट में गुढा पर खाली चेक पर साइन करवाने का भी आरोप लगाया है।
विमला कंवर उदयपुरवाटी (झुंझुनूं) के मंडावरा गांव की रहने वाली है। महिला पशुपालन और दूध बेचकर परिवार का खर्च चलाती है। पति मजदूरी करता है। 21 फरवरी को 2 बेटियों की शादी है। दो बेटियों के अलावा महिला के दो बेटे हैं जो 11वीं और 7वीं क्लास में पढ़ते हैं। ककराना के वार्ड पंच गब्बर सिंह से उसका लेन-देन चल रहा था।