जयपुर : जयपुर ट्रैफिक पुलिस के चालान काटने के गुरिल्ला स्टाइल ने एक महिला की जान ले ली! बिना हेलमेट के स्कूटी सवार महिला को देखकर ट्रैफिक पुलिसकर्मी पकड़ने दौड़ा। घबराकर महिला ने अचानक ब्रेक लगा दिए, इससे पीछे बैठी उसकी बहन नीचे गिर गई और पीछे से आ रहे ट्रक ने रौंद दिया। हालांकि महिला के परिजनों का दावा है कि स्कूटी सवार दोनों ने हेलमेट लगा रखा था।
हादसे में झुंझुनूं की महिला नीलम चौधरी की मौके पर ही मौत हो गई। महिला के साथ स्कूटी पर उसकी डेढ़ साल की बच्ची भी सवार थी, लेकिन अचानक ब्रेक लगने से वह दूर जाकर गिरी। हादसे के बाद लोगों का गुस्सा भड़क गया। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने बीच सड़क पर शव को पर रखकर प्रदर्शन कर हंगामा शुरू कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शी रामेश्वर लाल ने बताया कि हादसा शाम करीब 4:15 बजे भृगु पथ, मानसरोवर पर किसान धर्मकांटे के पास हुआ। एक्टिवा स्कूटी सवार महिला बिना हेलमेट के मानसरोवर की ओर जा रही थी। अचानक सामने आकर पुलिस वाले उसे पकड़ने दौड़े तो महिला ने पहले रास्ता बदला और फिर ब्रेक लगाकर टर्न लेने की कोशिश की, लेकिन ब्रेक लगाने से पीछे बैठी महिला गिर गई और पीछे से आ रहे ट्रक की चपेट में आ गई। लोगों ने गंभीर हालत में उसे धनवंतरी हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शॉपिंग कर घर लौट रही थीं दो बहनें
एक्सिडेंटल थाना दक्षिण की सब इंस्पेक्टर राजकिरण ने बताया कि मृतक नीलम चौधरी पत्नी सुरजीत सिंह है, जिसकी उम्र 28 साल है। महिला झुंझुनूं की रहने वाली थी। श्याम विहार, मानसरोवर में रहने वाली अपनी बहन अनिला चौधरी (32 वर्ष) से मिलने गई थी। उनके परिजनों का दावा है कि दोनों ने हेलमेट पहन रखा था।
वहां से अनिला चौधरी, नीलम चौधरी और नीलम की डेढ साल की बच्ची रिश्तेदारी में शादी के लिए शॉपिंग कर लौट रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हुआ। ब्रेक लगाने से स्कूटी का बैलेंस बिगड़ गया, जिससे उसके पीछे सवार नीलम चौधरी ट्रक के टायर के नीचे आ गई। हालांकि इस हादसे में बच्ची की जान बच गई। अनिला को मामूली चोट आई है। घटना के बाद से ट्रक चालक फरार है। पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया है। ट्रक के डॉक्युमेंट के आधार पर उसकी तलाश की जा रही है।
ट्रैफिक पुलिसकर्मी को घेरा
हादसे के बाद मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। लोगों ने ट्रैफिक पुलिसकर्मी को घेर लिया। ट्रैफिककर्मी बाइक लेकर वहां से निकलने लगा तो पब्लिक ने उसकी चाबी निकाल ली, लेकिन ट्रैफिक पुलिसकर्मी वहां से धीरे से भाग निकला। महिला की मौत के बाद लोग उसका शव लेकर दोबारा रोड पर आ गए। बीच रोड पर शव को रखकर प्रदर्शन करने हंगामा किया।
पुलिस की गुरिल्ला स्टाइल ने ली जान
सैकड़ों लोगों ने शव रखकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वाले लोगों का कहना है कि पुलिस की गुरिल्ला स्टाइल ने महिला की जान ली है। जयपुर की सड़कों पर ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वाले पर पुलिस छिपकर कार्रवाई करती है। जैसे ही टारगेट दिखता है, छिपे हुए ट्रैफिक पुलिसकर्मी अचानक उसे पकड़ने दौड़कर सामने आ जाते है। पुलिस की इस गुरिल्ला स्टाइल के चलते कई एक्सीडेंट पहले भी हो चुके हैं।
ट्रक को आग लगाने का किया प्रयास
लोगों के शव रखकर डेढ घंटे प्रदर्शन करने किया। ट्रैफिक पुलिस का विरोध कर रहे गुस्साए लोगों ने एक्सीडेंट करने वाले ट्रक को भी आग लगाने का प्रयास किया। प्रदर्शन कर हंगामे की सूचना पर पहुंची मानसरोवर पुलिस ने लोगों को इधर-उधर किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाया। हंगामा बढ़ने पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस अफसरों ने मामले को शांत करवाया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को जयपुरिया हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया है।
एक्सीडेंटल थाना पुलिस ने यह बताया
जयपुर के एक्सिडेंट पुलिस स्टेशन साउथ की एसआई राज किरण ने बताया कि मृतक महिला नीलम चौधरी झुंझुनूं की रहने वाली थी। वह मानसरोवर में श्याम विहार में रहने वाली अपनी बहन अनिला चौधरी (32 साल) से मिलने गई थी। मृतका के परिजनों का दावा है कि दोनों बहनों ने हेलमेट पहना हुआ था।
अनिला चौधरी, नीलम चौधरी और नीलम की डेढ साल की बच्ची किसी रिश्तेदारी में शादी के लिए शॉपिंग करके लौट रहे थे। तभी रास्ते में यह एक्सीडेंट हो गया। ब्रेक लगाने से स्कूटी का बैलेंस बिगड़ने से पीछे की सीट पर बैठी नीलम चौधरी ट्रक के टायर के नीचे आ गई। हादसे में बच्ची की जान बच गई, जबकि अनिला को मामूली चोट आई है। हादसे के बाद ट्रक चालक फरार हो गया। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में ले लिया है। जिसके कागजातों के आधार पर ड्राइवर और मालिक की तलाश की जा रही है।
पुष्पेंद्र भारद्वाज ने एसपी- कलेक्टर से बात कर मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया, तब उठा शव
सांगानेर से विधायक प्रत्याशी पुष्पेंद्र भारद्वाज ने कहा हमने मानवता का परिचय दिया। न्यू सांगानेर रोड मानसरोवर पर एक बहन की ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की लापरवाही से जान जाने और परिजनों द्वारा डेड बॉडी को रखकर प्रदर्शन की सूचना पर तुरंत मोकै पर पहुंचकर पुलिस अधिकारियों और जयपुर कलेक्टर से बात करके दोषियों के ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई और परिजनों की मुआवजा दिलाने के आश्वासन पर डेड बॉडी को घर भिजवाया गया।