झुंझुनूं-उदयपुरवाटी : उदयपुरवाटी पंचायत समिति की प्रधान माया गुर्जर, तत्कालीन बीडीओ बाबूलाल रैगर व प्रधान के देवर भोलाराम को सीकर एसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रधान पति रामनिवास गुर्जर व जेटीए नरेंद्र की तलाश की जा रही है। प्रधान के देवर भोलाराम को 50 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। सीकर एसीबी टीम ने डीएसपी राजेश जांगिड़ के नेतृत्व में शुक्रवार को दोपहर बाद कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार परिवादी भंवरपाल ने सीकर एसीबी की टीम को शिकायत देकर बताया कि पंचायत समिति में उसकी फर्म द्वारा किए गए कार्य का भुगतान करीब 37 लाख रुपए बकाया है।
उदयपुरवाटी पंचायत समिति की प्रधान माया गुर्जर, तत्कालीन बीडीओ बाबूलाल रैगर व प्रधान के देवर भोलाराम को सीकर एसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।
भुगतान करने के एवज में प्रधान के 10 प्रतिशत, बीडीओ के 2 प्रतिशत व जेटीए के तीन प्रतिशत कमिशन के रूप में प्रधान माया देवी गुर्जर, बीडीओ बाबूलाल रैगर व जेटीए नरेंद्र मांग रहे हैं। रिश्वत की राशि 60 हजार रुपए आरोपीगण प्राइवेट व्यक्ति जो प्रधान माया देवी का देवर भोलाराम है उसके मार्फत मांग रहे हैं तथा उसे परेशान किया जा रहा है।
अप्रैल से चल रही थी शिकायत
शिकायत अप्रैल 2022 से चल रही है । सत्यापन के दौरान आरोपी जेटीए नरेंद्र 33 हजार रुपए फोन पे के मार्फत व 42 हजार रुपए नकद ले चुका है। टीम ने शुक्रवार को प्रधान माया देवी के देवर भोलाराम गुर्जर को 50 हजार रुपए लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। एसीबी डीएसपी राजेश जांगिड़ के मुताबिक उन्होंने नंगली गुजरान निवासी प्रधान माया देवी गुर्जर पत्नी रामनिवास गुर्जर, तत्कालीन बीडीओ व हाल मुख्य आयोजना अधिकारी जिला परिषद चूरू बड़ागांव निवासी बाबूलाल रैगर पुत्र कालूराम गुर्जर, प्रधान के देवर भोलाराम गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा प्रधान पति रामनिवास गुर्जर व जेटीए नवलगढ़ निवासी नरेंद्र मामले में फरार चल रहे हैं।
ऐसे की गई ट्रैप की कार्रवाई – सिविल ड्रेस में एक महिला व दो अन्य ने रंगे हाथ पकड़ा
प्रधान माया गुर्जर अपने देवर भोलाराम व एक अन्य व्यक्ति के साथ गाड़ी में बैठकर करीब 12.30 बजे अपने घर से रवाना होकर करीब 1 बजे टीटनवाड़ पहुंची। वहां से पंचायत समिति सदस्य रामसिंह खेदड़ को साथ लेकर करीब 1.30 बजे पंचायत समिति कार्यालय उदयपुरवाटी पहुंचे। खेदड़ के मुताबिक वे कुछ देर प्रधान कक्ष में बैठे, इस दौरान भोलाराम ने प्रधान माया देवी से कुछ कागजात पर हस्ताक्षर करवाए।
खेदड़ थोड़ी देर के लिए दूसरे दफ्तर में चले गए और देवर भोलाराम पंचायत समिति के बाहर चला गया। करीब 2.30 बजे वापस खेदड़ व प्रधान माया गुर्जर कक्ष में बैठे थे कि अचानक सिविल ड्रेस में एक महिला व दो अन्य प्रधान कक्ष में पहुंचे। उन्होंने प्रधान को बाहर बुलवाया तथा फोन छीनने का प्रयास किया। खेदड़ ने प्रधान को फोन वापस दिलवाया व कारण पूछा तो डीएसपी जांगिड़ ने अपना परिचय देकर बताया कि उनको पूछताछ करनी है इसलिए थाने लेकर जा रहे हैं। खेदड़ ने थोड़ी देर बाद आने के लिए बोला लेकिन एसीबी वाले नहीं माने और उनको थाने ले गए व गिरफ्तार कर लिया।
पक्ष-विपक्ष दोनों प्रधान के समर्थन में आगे आए
प्रधान माया गुर्जर को एसीबी टीम द्वारा गिरफ्तार करने के बाद पक्ष और विपक्ष दोनों प्रधान के समर्थन में आ गए हैं। प्रधान माया देवी भारतीय जनता पार्टी की है तथा पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी के समर्थन से 25 माह पहले बनी है। ट्रेप की कार्रवाई होने पर मंत्री राजेंद्रसिंह गुढ़ा ने पुलिस थाने पहुंचकर प्रधान की पैरवी करते हुए एसीबी डीएसपी राजेश जांगिड़ से कहा कि प्रधान माया देवी गुर्जर अनपढ़ सीधी महिला है जो राजनीति जानती ही नहीं है।
गुढ़ा ने कहा कि इस प्रकरण में प्रधान का कोई दोष नहीं है इसलिए उसके खिलाफ कार्रवाई करना उचित नहीं है। अधिकारी जांगिड़ ने कहा कि अप्रैल 2022 से शिकायत चल रही है तथा मामले में कई बार सत्यापन भी हो चुका है। ट्रेप की कार्रवाई होने और पूरे प्रकरण में छानबीन करने के बाद ही प्रधान के खिलाफ कार्रवाई हुई है। मंत्री गुढ़ा ने प्रधान के बचाव में कई तर्क दिए लेकिन एसीबी अधिकारियों ने विधि सम्मत कार्रवाई करने की बात कहकर आरोपियों को लेकर चले गए।
उधर पुलिस थाने के सामने पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी व उनके समर्थकों ने ट्रेप की कार्रवाई को राजनीतिक षडयंत्र बताकर विरोध प्रकट किया। मंत्री गुढ़ा के खिलाफ नारेबाजी की गई। बाहर विरोध करने वालों में पूर्व विधायक चौधरी के साथ पंचायत समिति सदस्य रामसिंह खेदड़, रोहिताश्व गुर्जर गिरावड़ी, शिवा खटाना, नीतेश सैनी आदि शामिल थे।