हनुमानगढ़-भादरा : राजस्थान के भादरा से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)के विधायक बलवान पूनिया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल (Viral Video) हो रहा है। इस वीडियो में माकपा विधायक पंजाबी गाने पर जमकर नाचते दिखाई दे रहे हैं। माकपा विधायक न सिर्फ गाने पर थिरक रहे हैं बल्कि नाचते हुए गाना भी गा रहे हैं और स्टेप-बाई-स्टेप ठुमके भी लगा रहे हैं।
विधायक की पुरानी यादें ताजा हो गई
विधायक बलवान पूनिया को इस कार्यक्रम में शिरकत करने की खुशी का एक अन्य कारण भी था। वह यह कि विधायक अपने छात्र जीवन के दौरान इसी महाविद्यालय से पढ़े हैं यहां पहुंचने से उनकी पुरानी यादें ताजा हो गई उन्होंने कहा कि छात्र संगठन एसएफआई में रहते हुए इसी महाविद्यालय से जुड़ा है आज यहां का पहला छात्रसंघ कार्यालय शुरू करवा खुशी हो रही है।
हनुमानगढ़ भादरा विधायक का छात्रों की ऑन डिमांड डांस@Jan_Shekhawati@ashokgehlot51 @SachinPilot @BalwanPoonia_ @hanumanbeniwal @DrSatishPoonia @iampulkitmittal @prempratap04 @santprai @srameshwaram pic.twitter.com/hkwy6zj2XT
— जनमानस शेखावाटी (@Jan_Shekhawati) January 13, 2023
छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में नाचे पूनिया
दरअसल, राजस्थान के भादरा से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के विधायक बलवान पूनिया राजकीय महाविद्यालय में भादरा छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान विद्यार्थियों ने उनसे नाचने की डिमांड की। जिसके बाद बलवान पूनिया ने जमकर किया डांस किया।बलवान पूनिया के डांस ने लोगों को इतना प्रभावित किया कि बीच में एक दूसरा व्यक्ति भी उनके साथ मंच साझा करते हुए झूमता नजर आया।
पहले भी इन विवादों के चलते रहे चर्चाओं में
आपको बता दें कि बलवान पूनिया वही शख्स हैं जिन्होंने हरियाणा और पंजाब से भादरा और नोह्र के हिस्से का पूरा पानी दिलवाने के लिए, साल 2020 में रबी की सभी पॉलिसियों का और 2021 की खरीद का ब्याज और बीमा क्लेम खातों में डलवाने के लिए सरकारी आवास के बाहर धरने पर बैठ गए थे। बलवान पूनिया लगातार विधानसभा और विधान सभा के बाहर किसानों की मांग को उठाते रहे हैं। यही नहीं, बलवान पूनिया तब भी चर्चा कारण बने जब 2020 में हुए 3 सीटों के राज्यसभा चुनावों में उन्होंने बिना अपनी पार्टी के निर्देश के कांग्रेस प्रत्याशी को अपना वोट डाला था। इस पर माकपा ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की और उन्हें एक साल के लिए निलंबित कर दिया था।