बाड़मेर : बाड़मेर जिले में कुछ लोग धर्म-परिवर्तन करवा रहे थे। इस दौरान उन्होंने हिंदू धार्मिक ग्रंथ को जलाकर अपने पैरों से रौंद दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद हिंदू संगठन के लोग विरोध में उतर आए और आरोपियों की गिरफ्तार की मांग करने लगे।
धर्म परिवर्तन की आड़ में कुछ लोगों द्वारा हिंदू धार्मिक ग्रंथ को जलाकर अपने पैरों से रौंदने का मामला सामने आया है।कार्यक्रम के बाद 10 लोगों ने हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लिया। ऐसा आरोप है कि इसके बाद लोगों ने जय भीम के नारे लगाए। जिसके बाद वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो धार्मिक उन्माद फैलाने वाले इन लोगों के खिलाफ सैकड़ों लोग विरोध में उतर आए हैं. मामला राजस्थान के बाड़मेर जिले के सीमावर्ती बाखासर गांव का है. इसी मामले को लेकर हिंदू संगठन लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. बाड़मेर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर हिंदू संगठन पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं कि विधायक के दबाव में पुलिस दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है.
दरसअल, पूरी घटना 2 दिन पहले की है. जब कुछ लोग सीमावर्ती बाखासर में बौद्ध धर्म अपनाने के नाम पर जन जागरुकता कार्यक्रम करने पहुंचे थे. कार्यक्रम के बाद 10 लोगों में हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म में धर्मांतरण किया. आरोप है कि इस दौरान जय भीम के नारे लगाते हुए महिला-पुरुषों ने हिंदू धार्मिक ग्रंथ को फाड़कर जलाया और उसके बाद आग लगे ग्रंथ को अपने पैरो से रौंदने लगे.
वीडियो वायरल होने के बाद बाखासर गांव में लगातार ग्रामीणों के साथ हिंदूवादी संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आज इसी मामले को लेकर बाड़मेर जिला कलेक्टर पर पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े किए और 24 घंटों में अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है.
वीडियो सामने आने के बाद लोगों में आक्रोश…
पूरे घटनाक्रम के दौरान मौजूद लोगों ने वीडियो भी बनाया. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सीमावर्ती इलाके समेत पूरे जिले में बवाल मच गया है. स्थानीय लोगों ने पहले इसका विरोध शुरू किया. जिसके बाद हिंदू धर्म को मानने वाले लोग आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे है. वहीं कुछ लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया गया है.
समता सैनिक दल की ओर से था कार्यक्रम
पुलिस की जानकारी में सामने आया है कि समता सैनिक दल के अमृत धनदे, भंत कश्यप आनंद द्वारा बाखासर में बौद्ध धर्म की दीक्षा के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहां कुछ लोगों ने हिंदू धार्मिक ग्रंथ को जलाने का एक वीडियो भी बनाया, जिसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था.
धार्मिक ग्रंथ का अपमान सहन नहीं करेंगे
हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हिंदुस्तान सर्वधर्म में आस्था रखने वाला देश है. जहां प्रत्येक धर्म का सम्मान किया जाता रहा है. लेकिन इस तरह से हिंदू धार्मिक ग्रंथ का अपमान होता है तो सनातनी इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. समय रहते धार्मिक उन्माद फैलाने वाले लोगों पर कार्रवाई हो. अन्यथा सनातनी लोगों को मजबूरन बड़े आंदोलन पर उतरना पड़ेगा.
भागवत गीता की अब तक पुष्टि नहीं
पूरे मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि हिंदू धार्मिक ग्रंथ भागवत गीता को जलाए जाने की पुष्टि नहीं हुई है. बाड़मेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह जैतावत ने बताया कि दो दिन पहले बाखासर क्षेत्र में अमित धनदे और कश्यप के नेतृत्व में बौद्ध धर्म की दीक्षा का कार्यक्रम था. जहां कुछ लोगों ने हिंदू धार्मिक ग्रंथ की प्रतियां जला दी, ऐसी बात सामने आई थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन लोगों को धारा 151 में गिरफ्तार किया है. प्रथम दृष्टया मनुस्मृति की प्रतियां जलाई गई थी, भागवत गीता जलाने की बात अब तक सामने नहीं आई है. पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.
वीडियो फुटेज में 2 वायरल वीडियो है. जिसमे कुछ लोग जय भीम के नारे लगाते हुए ग्रंथ को जला रहे है. इसी पर बवाल हुआ है. वहीं अन्य वीडियो में कई लोग इस घटना के विरोध में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे है. भूरसिंह राजपुरोहित का कहना है कि भागवत गीता जैसे हिन्दू धार्मिक ग्रंथ का अपमान सहन नहीं किया जाएगा. प्रशासन 24 घंटे में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे. अन्यथा बाड़मेर बंद और प्रदेश भर में उग्र आंदोलन किया जाएगा.
बाड़मेर एएसपी नरपतसिंह जैतावत के मुताबिक सीमावर्ती बाखासर में हिंदू धार्मिक ग्रंथ जलाने की बात सामने आई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर 3 लोगों को धारा 151 में गिरफ्तार किया है. ग्रंथ के बारे में जांच पड़ताल की जा रही है. जांच के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.