कोटा : कोटा में तीन कोचिंग स्टूडेंट्स ने सुसाइड कर लिया। इसमें दो स्टूडेंट तो एक ही हॉस्टल में रहते थे। दोनों 7 महीने से हॉस्टल में रह रहे थे। तीन स्टूडेंट्स के खुदकुशी करने से हड़कंप मच गया। मामला तलवंडी और कुन्हाड़ी इलाके का है।
जानकारी के अनुसार बिहार के सुपौल निवासी अंकुश यादव और गया निवासी उज्जवल तलवंडी इलाके में रहकर कोचिंग कर रहे थे। दोनों 17-17 साल के थे। अंकुश नीट और उज्जवल आईआईटी की तैयारी कर रहा था। दोनों राधा कृष्ण मंदिर के पास एक ही हॉस्टल में रहते थे।
बिहार के रहने वाले थे दो छात्र
आत्महत्या करने वाले छात्रों में से दो छात्र अंकुश और उज्जवल बिहार के रहने वाले थे। कहा जा रहा है कि वे तीनों दोस्त थे और एक ही हॉस्टल में बगल के कमरों में रहते थे। एक इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश की तैयारी कर रहा था, जबकि दूसरा मेडिकल कॉलेज प्रवेश परीक्षा के लिए पढ़ाई कर रहा था। पुलिस को अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
मध्य प्रदेश का था तीसरा छात्र
जानकारी के मुताबिक, तीसरा छात्र प्रणव मध्य प्रदेश से कोटा आया था और प्री-मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा था। इससे पहले भी कोटा में आत्महत्या के कई मामले सामने आ चुके हैं। कोचिंग हब कोटा में इससे पहले एक और मामला चर्चा का विषय बना था।
पहले भी आ चुके हैं कई मामले
2016 में एक छात्रा ने IIT-JEE मुख्य परीक्षा को पास करने के बावजूद अपनी मौत के लिए कूदने से पहले सभी कोचिंग सेंटरों को बंद करने का आह्वान किया था। 2019 में राजस्थान सरकार ने ऐसे संस्थानों में पढ़ने वालों के बीच तनाव को कम करने के लिए राज्य स्तरीय समिति का गठन किया था।
दोस्त ने फोन किया, नहीं उठाया तो हॉस्टल में आए
अंकुश का दोस्त प्रिंस उसी इलाके में हॉस्टल में रहता है। सुबह साथ में खाना खाने जाते थे। प्रिंस ने बताया कि सुबह 11 बजे अंकुश को कई बार फोन किया था। उसने नहीं उठाया। दोस्त को लेकर अंकुश के हॉस्टल पहुंचे। अंदर से लॉक लगा हुआ था। खिड़की से देखा तो वह फंदे पर लटका मिला।
पास के रूम में रहने वाले स्टूडेंट को बताया। फिर हॉस्टल संचालक को सूचना दी। अंकुश ने कमरा अंदर से बंद कर रखा था। हॉस्टल संचालक की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। लॉक तोड़कर देखा तो अंकुश पंखे पर लटका हुआ था। पुलिस ने शव को नीचे उतारा ।
15 दिन पहले ही घर से लौटा था
प्रिंस ने बताया कि अंकुश का दीपावली के पहले एक्सीडेंट हुआ था। वो स्कूटी से गिरा था । 15 दिन पहले ही बिहार से कोटा लौटा था। वह रोज साढ़े 5 बजे के करीब अपने घर पर बात करता था। सिमराही में उसका ननिहाल है। वहां उसकी गर्लफ्रेंड रहती है। जिससे भी वो अक्सर बात किया करता था।
बहन पहुंची, भाई फंदे पर लटका था
इधर, पुलिस अंकुश की डेड बॉडी को नीचे उतार रही थी कि उज्ज्वल की बहन भी हॉस्टल आई। उसने भाई के रूम का गेट बजाया। उज्ज्वल ने गेट नहीं खोला। पुलिस ने उज्ज्वल के रूम का लॉक तोड़ा। अंदर देखा तो उज्ज्वल भी फंदे से लटका था। उज्ज्वल की बहन भी कोटा में रहकर कोचिंग कर रही है। वो भी तलवंडी इलाके में हॉस्टल में रहती है।
SP सिटी केसर सिंह शेखावत ने बताया- दोपहर 12 बजे पुलिस को सूचना मिली थी। तलवंडी इलाके में कृष्ण कुंज पीजी हॉस्टल में एक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। मौका पर पहुंचे तो दो स्टूडेंट के सुसाइड करने की घटना सामने आई। कोटा शहर में इस तरीके की घटनाएं होना बहुत ही दुखद है। दोनों ने सुसाइड कैसे किया? यह जांच का विषय है।
कमरे में चावल लेकर गया, जहर खाया
वहीं, कोटा के ही कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में भी एक कोचिंग स्टूडेंट ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया। प्रणव वर्मा (17) एमपी के शिवपुरी का निवासी था। कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। पुलिस के अनुसार मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
प्रणव वर्मा 2 साल से कोटा में रह रहा था। वर्तमान में अप्रैल महीने से कुन्हाड़ी में लैंडमार्क सिटी स्थित हॉस्टल में रहता था। रविवार शाम को खाना खाया था। फिर अपने रूम में चावल लेकर गया। रात को 9 बजे के करीब उसने घरवालों से बात की। रात डेढ़ बजे हॉस्टल में रहने वाला दूसरा स्टूडेंट पानी भरने बाहर आया तो प्रणव अचेत पड़ा था।
पुलिस के अनुसार प्रणव ने रविवार शाम को खाना खाया था, फिर अपने रूम में चला गया। रविवार रात को उसने अपने परिवार से बातचीत भी की। रात को एक बच्चा पानी भरने के लिए उठा तो उसने बरामदे में प्रणव को अचेत देखा। बच्चे ने फौरन हॉस्टल संचालक को बताया। हॉस्टल संचालक और अन्य उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने रविवार रात को ही शव को एमबीएस की मोर्चरी में रखवाया और परिजनों को सूचना दी। पुलिस के अनुसार प्रणव के कमरे से सुसाइड नोट नहीं मिला है लेकिन कमरे से चूहे मारने की दवा मिली है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।