जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनू : देश के कोने – कोने में अग्रवाल समाज के अग्रबन्धु मौजूद है परंतु ऐसा देखा जाता है कि विभिन्न गांव, कस्बों, शहरों और अपने बुजुर्गों के नाम के आधार पर अग्र-बन्धु अपना सरनेम रख लेते है जैसे-जालान, केडिया, केजरीवाल, झुनझुनवाला, पोद्दार, जैन, हिम्मतरामक़ा, परसरामपुरिया, माधोगाडिया, हरनाथका, पालीवाल, लोहिया, भगेरिया, भावसिंघा, संघी, बंका, खेतान, खेमका, सोंथालिया आदि-आदि एवं 18 गोत्रों के नाम से भी सरनेम लगाते है, इस कारण से अग्रवालों की सही संख्या पर संशय रहता है।
इसलिए मै राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष से अपील करता हूं की क्रमशः राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष को तथा प्रदेश अध्यक्ष हर जिला अध्यक्ष को एक फरमान जारी करें और उनको कहे जनगणना के लिए व हर जिला 1 महीने के अन्दर-अंदर जनगणना करवाएं। फिर एक बात और कहना चाहूंगा अपील के साथ सभी अग्रवाल बन्धुओं से निवेदन है कि अपनी ताकत का अहसास दिलाने राजनेताओं की आखें खोलने एवं एकता का परिचय देने के लिए अपने नाम के साथ *अग्रवाल व गोत्र अवश्य लगाए, जैसे रामचंद्र अग्रवाल बंसल।