खेतड़ी : खेतड़ी में सोमवार को विरासत दिवस उत्सव पर प्रभात फेरी का शुभारंभ किया। मिशन के सचिव स्वामी आत्मनिष्ठानंद महाराज ने हरी झंडी दिखाकर प्रभात फेरी को रामकृष्ण मिशन परिसर से कस्बे के लिए रवाना किया।
स्वामी आत्मनिष्ठानंद महाराज ने बताया कि विरासत दिवस का खेतड़ी से गहरा संबंध रहा है, जब 12 दिसंबर 1897 में स्वामी विवेकानंद शिकागो में आयोजित हुए धर्म सम्मेलन में सनातन धर्म एवं संस्कृति का परचम लहरा कर वापस खेतड़ी लौटें तो उनके प्रिय मित्र राजा अजीत सिंह ने ऐतिहासिक रूप से उनका स्वागत किया था। स्वामी विवेकानंद के शिकागो धर्म सम्मेलन में भाग लेने का पूरा प्रबंध खेतड़ी विरासत के राजा अजीत सिंह की ओर से ही किया गया था।
राजा अजीत सिंह व स्वामी विवेकानंद के गहरे मित्र थे। राजा अजीत सिंह के बुलावे पर स्वामी विवेकानंद तीन बार खेतड़ी पधारे थे, जहां उनका भव्य रूप से स्वागत किया गया था। स्वामी विवेकानंद को नाम देने में खेतड़ी ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
अजीत विवेक संग्रहालय से शुरू हुई प्रभात फेरी कस्बे के बस स्टैंड, मुख्य बाजार, करोल बाग, श्याम मंदिर, अजीत अस्पताल, एसडीएम कोर्ट से होते हुए वापस अजीत विवेक संग्रहालय परिसर पहुंचेगी। जहां प्रभात फेरी का स्वागत किया जाएगा। कस्बे में निकाली गई प्रभात फेरी का कस्बे वासियों ने जगह-जगह फूलों की वर्षा कर स्वागत किया। इसके अलावा शाम को राजा अजीत सिंह व स्वामी विवेकानंद की संजीव झांकियां निकाली जाएंगी। वहीं खेतड़ी के ऐतिहासिक पन्ना सागर तालाब पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर पालिका अध्यक्ष गीता सैनी, अशोक सिंह शेखावत, पार्षद लीलाधर सैनी, रमाकांत वर्मा, नगेंद्र सिंह सोढा, प्रदीप सुरोलिया, डॉ राघवेंद्र पाल, राहुल सैनी सहित अनेक लोग मौजूद थे।