इससे बचने के लिए क्या करें?
प्रो. गोयल के अनुसार, इससे बचने का सिर्फ यही उपाय है कि लोगों को अपने दिनचर्या में बदलाव लाना होगा। वर्चुअल दुनिया से बाहर निकलकर सामाजिक दायरे में शामिल होना होगा। लोगों को दिमाग शांत रखने के लिए योग और ध्यान करने की जरूरत है। इससे स्वास्थ्य तो सही होगा कि साथ में मानसिक तनाव भी कम होगा। ज्यादा मोबाइल, टीवी, लैपटॉप से दूर रहें। लगातार इससे निकलने वाले कण आपके दिमाग पर सीधा असर डालते हैं। जो आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह तो है, साथ में मानसिक तौर पर भी आप कमजोर होते जाते हैं।
दिल्ली में क्राइम का रिकॉर्ड भी देख लीजिए
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2021 में दिल्ली के अंदर गंभीर धाराओं में दो लाख 89 हजार 45 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें हत्या, हत्या की कोशिश, रेप, रेप की कोशिश जैसे मामले सबसे ज्यादा हैं। दिल्ली से ही सटा गाजियाबाद भी क्राइम के मामले में देश के टॉप-10 शहरों में शामिल है। यहां पिछले साल 12 हजार 259 मामले आईपीसी के तहत दर्ज हुए हैं। इसी तरह गुरुग्राम, नोएडा जैसे शहरों में भी खूब आपराधिक घटनाएं होती हैं।