झुंझुनूं : सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की पालनहार योजना असहाय बच्चों के लिए मददगार साबित हो रही है। वर्तमान में जिले में इस योजना का बहुत से बच्चे लाभ ले रहे हैं, लेकिन आज भी कई बच्चे ऐसे होंगे जो इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र हैं, लेकिन जानकारी नहीं होने से इस योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।
ऐसे में इस योजना के पात्र रखने वाले बच्चे संबंधित ई-मित्र पर जाकर आवेदन कर योजना का लाभ ले सकते है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अशफाक खान ने बताया कि वर्तमान समय में झुंझुनूं जिले में 2728 परिवारों के 4 हजार 740 बच्चे पालनहार योजना से लाभान्वित हो रहे है। इस योजना में नियमित अध्ययनरत बच्चों को 0 से 6 वर्ष तक को 500 व 6 से 18 वर्ष तक के बच्चों को प्रतिमाह एक हजार रुपए दिए जाते है। जबकि अनाथ बच्चों को 0 से 6 आयु वर्ष तक को 1500 और 6 से 18 वर्ष तक के बच्चों को 2500 रुपए प्रति माह दिए जाते है। ताकि इन बच्चों को आर्थिक रूप से सम्बल मिल सके।
इस योजना में अनाथ बच्चों के पालन-पोषण, शिक्षा आदि की व्यवस्था संस्थागत नहीं की जाकर समाज के भीतर ही बच्चे के निकटतम रिश्तेदार, परिचित व्यक्ति, वयस्क भाई अथवा बहन को पालनहार बनाकर उनकी देखभाल, पालन-पोषण के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है।
इन्हे मिलता है लाभ
इस योजना के अन्तर्गत अनाथ बच्चे, न्यायिक प्रक्रिया से मृत्यु दण्ड, आजीवन कारावास प्राप्त माता-पिता के बच्चे, निराश्रित पेंशन की पात्र विधवा माता के बच्चे, पुनर्विवाहित विधवा माता के बच्चे, एचआईवी/एडस पीड़ित माता-पिता के बच्चे, कुष्ठ रोग से पीड़ित माता-पिता के बच्चे, सिलिकोसिस पीड़ित माता-पिता के बच्चों को सहायता प्रदान की जाती है।
ये जरूरी
पालनहार परिवार की वार्षिक आय 1.20 लाख रूपय से अधिक नहीं होनी चाहिए
बच्चे की आयु 18 वर्ष से कम होनी चाहिए
आवेदन की तिथि से कम से कम 3 वर्ष की अवधि से राजस्थान राज्य में रह रहे हो।
2021 से 2022 में अब तक लाभान्वित हुए बच्चे
ब्लॉक परिवार बच्चे
झुंझुनूं 304 521
अलसीसर 203 356
बुहाना 177 314
चिड़ावा 177 314
खेतड़ी 385 655
मंडावा 75 126
नवलगढ़ 386 673
पिलानी 164 280
सिघाना 101 177
सूरजगढ़ 277 492
उदयपुरवाटी 479 832