खेतड़ी : रोडवेज कर्मचारी संगठन ने पिछले काफी समय से अपने विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हे। गुरुवार को रोडवेज का चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। वहीं दूसरी ओर भारतीय मजदूर संघ ने आंदोलन से किनारा करते हुए आंदोलन में शामिल नहीं होकर रोडवेज के संचालन को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर सुरक्षा की मांग की है।
राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठन एटक के अध्यक्ष ओमप्रकाश ने बताया कि रोडवेज कर्मचारियों की ओर से रोडवेज बचाओ रोजगार बचाओ अभियान के तहत 21 सूत्री मांगों को लेकर पिछले काफी समय से आंदोलन किया जा रहा है। वहीं पिछले दो दिन से खेतड़ी आगार परिसर में धरना भी दिया जा रहा है। रोडवेज कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार व निगम प्रशासन को कई बार अवगत करवा चुके हैं।
वहीं परिवहन मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला के साथ सचिवालय में बैठक कर समस्याओं का समाधान करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन सरकार द्वारा कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए जाने से कर्मचारियों में आक्रोश है। जिसके चलते चक्का जाम करने का निर्णय लिया गया है।
वहीं दूसरी ओर भारतीय मजदूर संघ ने आंदोलन से अलग होते हुए रोडवेज बसों के संचालन को लेकर सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की है। संघ के तहसील संयोजक शीशराम गुर्जर ने बताया कि संयुक्त मोर्चा द्वारा प्रस्तावित हड़ताल का भारतीय मजदूर संघ समर्थन नहीं करता है। वैवाहिक सीजन होने के कारण निगम के वाहनों पर यात्री भार का अधिक प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा तथा निगम को राजस्व की हानि भी उठानी पड़ेगी। इसी को लेकर भारतीय मजदूर संघ आंदोलन में शामिल नहीं होगा तथा बसों का संचालन प्रभावी रूप से किया जाएगा।
इस दौरान होने वाली किसी प्रकार की अप्रिय घटना को देखते हुए सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की है तथा डिपो मैनेजर व एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर रोडवेज बसों का नियमित संचालन करवाए जाने की मांग की है। इस मौके पर दोनों पक्षों के सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।