सिंघाना : सिंघाना ग्राम पंचायत द्वारा ढाणा नदी के मुख्य रास्ते पर डाले जा रहे कचरे को लेकर ग्रामीणों ने तीसरे दिन मंगलवार को भी विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने सिंघाना ग्राम पंचायत के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताते हुए कचरे का स्थाई समाधान नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही है।
ग्रामीणों ने कहा कि जब तक ग्राम पंचायत द्वारा कचरे का स्थाई समाधान नहीं किया जाएगा, जब तक यहां किसी को कचरा नहीं डालने दिया जाएगा। विरोध कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि पिछले तीन दिन से ग्राम पंचायत सिंघाना से कचरे को लेकर समस्या का समाधान करने की मांग की जा रही है, लेकिन ग्राम पंचायत सिंघाना यहीं पर कचरा डालने को लेकर अड़ी हुई है। पंचायत द्वारा आम रास्ते पर डाली जा रही गंदगी व कचरे के कारण यहां के लोगों का जीना दूभर हो रहा है तथा राहगीरों को भी निकलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कचरे के स्थाई समाधान को लेकर सोमवार को ग्राम पंचायत सिंघाना के राजीव गांधी सेवा केंद्र में सरपंच विजय पांडे की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें ढाणा गांव व आसपास की ढाणियों के लोगों ने उपस्थित होकर नदी के रास्ते पर कचरे को नहीं डालने व पूर्व में डाले गए कचरे का स्थाई समाधान करने की मांग की गई थी, लेकिन बैठक में दोनों पक्षों की सहमति नहीं बनने पर ग्रामीणों ने बैठक का बहिष्कार करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी थी।
मौसमी बीमारियां फैलने का भय
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत सिंघाना द्वारा सिंघाना क्षेत्र में होने वाली गंदगी को इकट्ठा कर ढाणा नदी के मुख्य रास्ते पर डाल दिया जाता है। जिससे लोगों में मौसमी बीमारियां भी फैलने का भय बना हुआ है। कचरे को उठाने को लेकर पूर्व में भी ग्राम पंचायत को कई बार अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन सिंघाना पंचायत के अधिकारी व जनप्रतिनिधि इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिससे मजबूरन ग्रामीणों को आंदोलन की राह पकड़नी पड़ रही है।
साथ ही कहा कि जब तक कचरे का स्थाई समाधान नहीं होता तब तक यहां किसी को कचरा नहीं डालने दिया जाएगा। इस दौरान यहां होने वाली किसी प्रकार की अप्रिय घटना के लिए ग्राम पंचायत सिंघाना पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगी। ग्रामीणों के विरोध की सूचना पर ढाणा पंचायत के सरपंच विकास कुमार सैनी मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों से समझाइश की।
जल्द समाधान का दिया आश्वासन
ढाणा सरपंच विकास कुमार सैनी ने बताया कि कचरे के स्थाई निस्तारण को लेकर ग्राम पंचायत सिंघाना के सरपंच व अन्य अधिकारियों से वार्ता कर जल्द इसका समाधान किया जाएगा तथा ग्रामीणों को इस समस्या से मुक्ति दिलाई जाएगी।
अतिरिक्त विकास अधिकारी दारासिंह ने बताया कि खुले में कचरा नहीं डालने को लेकर सिंघाना पंचायत को पाबंद कर दिया गया है। कचरे के लिए डंप बनाकर दफनाया जाएगा, जिससे बदबू नहीं आए और संक्रमण ना फैले।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर ठेकेदार बजरंग लाल सैनी, राजू, अनिल पूनिया, राजेश कुमार, रतिराम, मनीराम, लालचंद, महेंद्र पंच, भागीरथ पंच, घीसाराम, मंगेज सिंह सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।