झुंझुनूं : देवउठनी एकादशी का अबूझ मुहूर्त 4 नवम्बर को है। इस दिन जिले में 600 से ज्यादा शादियां होने का अनुमान है। शहर व कस्बों के सभी होटल, विवाह स्थल, बैंड बाजा, फोटोग्राफर, हलवाई, कैटङ्क्षरग वाले और पंडित बुक हो चुके हैं। दिवाली के बाद सावों के कारण एक बार फिर बाजार गुलजार हैं। कोरोना महामारी के कारण दो सालों से शादियां कम हो रही थी। जो हो रही थी उनमें भी सरकारी पाबंदियों के कारण बाराती व रिश्तेदार कम आ रहे थे। बैंड बाजा व डीजे भी कम ही दिखाई दे रहे थे। इस बार जिले में छह सौ से ज्यादा शादियां होने का अनुमान है। सावों के कारण फिर से बाजार में भी रौनक है।
इस बार शादियों के सीजन में डिजाइनर लहंगों की मांग सबसे ज्यादा है। दुल्हन व दूल्हे दोनों के निकट परिजन डिजाइनर लहंगे ज्यादा खरीद रहे हैं। वस्र व्यापारियों ने बताया कि महंगाई बढऩे के बावजूद लोग महंगे कपड़े ज्यादा खरीद रहे हैं। प्री वेङ्क्षडग शूङ्क्षटग के लिए भी दूल्हा व दुल्हन महंगे व डिजाइनर कपड़े खरीद रहे हैं। दिवाली के बाद फिर से बाजार में सावों के कारण रौनक बढ़ गई है।
शादियां देवउठनी एकादशी से शुरू हो जाती हैं। इस साल देवउठनी एकादशी चार नवंबर को है। देवउठनी एकादशी को शादी के लिए सबसे बेहतर मुहूर्त माना जाता है। इस दिन शादी के लिए किसी मुहूर्त को निकालने की भी जरूरत नहीं होती है। यही कारण है कि इसे अबूझ सावा भी कहा जाता है। देवउठनी एकादशी के दिन ऐसे युवाओं की शादियां भी कराई जाती है, जिनकी लग्न कुंडली में शादियों में समस्याएं आने की आशंका रहती है।
शादियों के मुहूर्त
नवम्बर : 4 और 28
दिसम्बर : 2,4,7,8 ,9