झुंझुनूं : जिले में ऑनलाइन ठगी के मामले दिनों दिन बढ़ रहे हैं। आए दिन कोई ना कोई ठगी का शिकार हो रहा है। ठग बिजली बिल जमा करने के नाम पर, लक्की ड्रा के नाम पर, बैंक अफसर बनकर अकाउंट बंद होने की बात कहकर, लॉटरी लगने का झांसा देकर गोपनीय जानकारी लेते हैं और फिर कुछ ही समय में खाते को साफ कर देते हैं। पिछले 9 महीने में जिले में विभिन्न थानों में साइबर ठगी के मामले दर्ज हुए हैं।
जिले की बात करते जनवरी से लेकर सितंबर तक कुल 353 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, सबसे ज्यादा शिकायतें नवलगढ थाना में प्राप्त हुई हैं, यहां जनवरी से सितम्बर तक 61 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इन 9 महीनों में ठगों ने जिलेभर में 26 लाख 04 हजार 923 रुपए की ठगी की है। अधिकांश लोग खाते से उडाई गई रकम वापस मिलने की आस छोड चुके हैं। हालांकि पुलिस की ओर से परिवादी की शिकायत पर कुछ दो मामलों में खातों को ब्लॉक कर राशि भी वापस करवाई गई है। लेकिन इनकी संख्या ज्यादा नही है।
ठगी से बचने के लिए क्या करें
एटीएम कार्ड बदलकर व ऑनलाइन ठगी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पुलिस भी आरोपियों को पकड़ रही है, लेकिन ठगी की ऐसी वारदातों को कम करने के लिए पुलिस से पहले आमजन को जागरूक और सतर्क होना होगा। आप सावधान रहेंगे तो आपकी मेहनत की कमाई को कोई लूट नहीं सकेगा। इसके लिए आप इन बातों को ध्यान में रखते हुए ठगों से बच सकते हैं।
जागरूकता जरूरी – एसपी
झुंझुनूं एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि साइबर क्राइम के लिए आमजन को जागरूक होने की जरूरत है, फ्रॉड करने वाले बैंक खातों से पैसे चुराने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। इसमें एटीएम कार्ड बदलकर पैसे निकालना, मोबाइल नम्बर पर लिंक भेजकर उस पर क्लिक करने के लिए कहना, वाट्सएप कॉल के जरिए फर्जीवाड़ा, कार्ड के डाटा की चोरी, लॉटरी के नाम पर ठगी, बैंक खातों की जांच के नाम पर ठगी प्रमुख है।
इसलिए ऐसे मामलों में सावधानी जरूरी है। कहीं भी कार्ड से भुगतान करने पर इस बात का ध्यान रखे की पॉस या कार्ड स्वाइप मशीन के आसपास कोई कैमरा या दूसरा डिवाइस तो नहीं लगा है, जो आपकी जानकारी चुरा रहा हो।
जनवरी से सितम्बर तक का आंकड़ा
- प्राप्त हुई शिकायतें – 353
- दर्ज हुई एफआईआर – 11
- कुल ठगी राशि – 2604923
- ब्लॉक करवाई गई राशि – 1085560
- शिकायतों पर बरामद की गई राशि – 575000 रूपए
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