झुंझुनूं : अखंड सौभाग्य की कामना का पर्व करवा चौथ 13 अक्टूबर को उल्लास से मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं समूह में बैठकर चौथ माता और गणेश जी की कहानी सुनेंगी और निराहार रहकर रात्रि में चंद्रमा को अघ्र्य देकर व्रत खोलेंगी। शेखावाटी में चंद्रोदय करीब आठ बजकर इक्कीस मिनट पर होगा। वहीं जिला कलक्टर लक्ष्मण कुड़ी ने इस दिन राजकीय अवकाश घोषित किया है।
पंडित दिनेश मिश्रा ने बताया कि करवाचौथ कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। करवाचौथ को शाम को रोहिणी नक्षत्र 6 बजकर 41 मिनट पर लगेगा। इस समय के बाद पूजा करना लाभकारी रहेगा। रोहिणी चंद्रमा की सबसे प्रिय पत्नी हैं। करवाचौथ के दिन सिद्धी योग बन रहा है। इस दिन शुक्र और बुध दोनों एक राशि यानी कन्या राशि में रहेंगे। इसलिए इस दिन लक्ष्मी नारायण योग बनेगा। इसके अलावा बुध और सूर्य भी एक साथ हैं जिस वजह से बुध आदित्य योग भी इस दिन बन रहा है। वहीं, शनि अपनी राशि मकर में होंगे और गुरु मीन राशि में होंगे, गुरु मीन राशि में और बुध अपनी राशि कन्या में रहेंगे। तीनों ग्रह अपनी स्वराशि में रहेंगे और इस दिन चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में रहेंगे। यह समृद्धि दिलाएगा। सभी मिलकर बहुत ही शुभ संयोग बना रहे हैं।
करवा चौथ पर्व का महत्व
करवाचौथ का सनातन धर्म में विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं सौलह श्रृंगार कर अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। अनेक महिलाएं करवा चौथ का उद्यापन करती हैं और चीनी के 16 करवे भी वितरित करती हैं।