गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल द्वारा शुरू की गई श्रमिक अन्नपूर्णा योजना और श्रमिक शेल्टर होम ने निर्माण मजदूरों के जीवन को बेहतर बनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि से प्रेरित यह ₹5 भोजन योजना 19 जिलों में 290 केंद्रों के माध्यम से प्रतिदिन 32,000 भोजन प्रदान करती है। इसके साथ ही मुफ्त स्वास्थ्य जांच और क्यूआर-कोड आधारित सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं।
माइग्रेंट मजदूरों के लिए पूरी तरह सुसज्जित शेल्टर होम में मुफ्त सुविधाएं, साझा रसोईघर और उनके बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था है। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए विशेष देखभाल सुनिश्चित की जाती है।
ये पहलें गुजरात की अपनी श्रमिक वर्ग की गरिमा और कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
स्रोत: एएनआई