उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में नगर पालिका परिषद को न तो पर्यावरण की चिंता है और न ही नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेशों की परवाह। मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के सिटी फारेस्ट के पास स्टेट हाइवे का है। जहां हाइवे किनारे अवैध डंपिंग ग्राउंग बनाकर शहर का कूडा डाल उसके निस्तारण से बचने के लिए कूड़े के ढेर में आग लगा दी गई है। जिसके चलते कूड़े के ढेर से निकलने वाला धुआं लोगों को सांस लेने में परेशानी खड़ी कर रहा है। जिसे सबसे ज्यादा दिक्कत सांस के रोगियों को हो रही है।
हैरानी की बात ये है कि नगर पालिका कूड़ा फैलाने वाले दुकानदारों का भारी जुर्माना कर रही है। गंदगी फैलाने पर दुकानदारों और लोगों पर शिकंजा कस रही है, लेकिन वह घरों से निकलने वाले सूखे-गीले कूड़े का निस्तारण नहीं कर रही है।