राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों ने 6 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिसको लेकर शुक्रवार को रोडवेज डिपो परिसर में बने दुर्गा माता के मंदिर में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने बैठक का आयोजन किया। कर्मचारी नेता बहादुर सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में कर्मचारियों ने मांगे नहीं मानी जाने पर 24 नवंबर को एक दिन की सामूहिक हड़ताल करने का निर्णय लिया है।
कई बार उच्च अधिकारियों को कराया अवगत
बहादुर सिंह यादव ने बताया कि कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर रोडवेज में संगठन के पदाधिकारी कई बार उच्च अधिकारियों से मिलकर समस्या को लेकर अवगत करवा चुके हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई भी सकारात्मक परिणाम नहीं आने से रोडवेज कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। उन्होंने बताया कि अपनी मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारी रोडवेज बचाओ रोजगार बचाओ आंदोलन का संचालन भी किया जा रहा है।
24 नवंबर को होगा चक्का जाम
उन्होंने बताया कि वेतन एवं पेंशन प्रत्येक माह के कार्य दिवस में आवश्यक रूप से भुगतान किया जाए, दो हजार नई बसें रोडवेज को तुरंत प्रभाव से मुहैया करवाई जाए, दस हजार नए कर्मचारियों की भर्ती की जाए, सातवें वेतनमान को जनवरी 2016 से लागू किया जाए, सेवानिवृत्त कर्मचारियों का बकाया सेवानिवृत्त परिलाभ का भुगतान तुरंत किया जाए, रोडवेज को निगम से हटाकर राज्य सरकार में समायोजित किया जाए सहित विभिन्न मांग की है। साथ ही कहा कि जल्द ही मांगों को लेकर सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो आगामी 24 नवंबर को एक दिन का संपूर्ण हड़ताल कर चक्का जाम किया जाएगा।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर पवन कुमार शर्मा, हरि शंकर यादव, सुरेश बोला, सूरजभान आर्य, भोमाराम, वीरेंद्र सिंह, विनोद कुमार, बंशीधर सैनी, लालचंद जांगिड़, शीशराम डूडी, उमराव जांगिड़, सुभाष चंद्र, बिरजू सिंह, करतार शर्मा, सही राम गुर्जर, शौकत अली सहित अनेक कर्मचारी मौजूद रहे।