उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बीते दिन विकासखंड मौदहा के ग्राम मसगंवा से प्राप्त आइजीआर शिकायत की जांच मौके पर पहुंचकर की गई। शिकायतकर्ता संदीप ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ती गीता अपने घर से ड्राई राशन का वितरण करती हैं जो की उचित नहीं है। साथ ही ये भी बताया कि बच्चों को केंद्र पर पढ़ने लिखने की कोई व्यवस्था नहीं है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ती कभी कभार आंगनबाड़ी केंद्र आती है। शेष दिवस में अपने घर से ही केंद्र का संचालन करती हैं।
वहीं जब मौके पर पहुंचकर जांच की गई तो पता चला शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत में सत्यता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा पोषण ट्रैक्टर के कार्यों को भी पूरा नहीं किया गया है और ना ही कोई भी अभिलेख मौके पर दिखाए गए शिकायतकर्ता की मांग थी कि उसके बच्चों को प्रतिदिन आंगनबाड़ी केंद्र पर पढ़ाया जाए। जिस हेतु आंगनबाड़ी कार्यकर्ती को निर्देशित किया गया है। साथ ही शिकायत की जांच के दौरान पाए गए अन्य बिंदुओं पर भी आंगनबाड़ी को निर्देशित किया गया है कि कल तक सभी बच्चों का वजन पुनः लेकर के सैम बच्चों का चिन्हकन करें ड्राई राशन का वितरण आंगनबाड़ी केंद्र से ही करें। पोषण ट्रैक्टर की समस्त प्रविष्टियों को पूर्ण करें। अभिभावक बैठक मात् समिति की बैठक ट्रिपल ए की बैठक तथा ग्राम पोषण समिति की बैठक करें एवं जो सामुदायिक गतिविधियां हैं। उनका अपने केंद्र पर नियमानुसार आयोजन करें।
यदि आंगनबाड़ी कार्यकर्ती के द्वारा अपने कार्य में एक सप्ताह में सुधार नहीं लाया जाता है। तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ती की सेवाएं समाप्त कर दी जाएगी। इस दौरान जांच में यह भी पाया गया की मुख्य सेविका सुधा द्वारा शिकायतकर्ता को बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय मौदहा में आने के लिए विवश किया जा रहा था। जिस पर शिकायत कर्ता ने वहां जाने से मना कर दिया और सुधा के द्वारा अपनी ओर से बिना मौके पर जाएं जांच को पूर्ण दर्शाते हुए निस्तारण हेतु प्रस्तुत किया। जिसके लिए मुख्य सेविका सुधा को पृथक से एक कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। उसका समुचित स्पष्टीकरण प्राप्त न होने पर उनके विरुद्ध भी कार्यवाही की संस्तुति कर दी जाएगी।
इस दौरान मौके पर शिकायत करता संदीप, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गीता, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि तथा अन्य ग्रामवासी उपस्थित रहे।