जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जन जागरूकता अभियान के तहत कस्बे में जल कोष यात्रा निकालने के बाद ब्लॉक परिसर में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी को जल योद्धा पद्मश्री पुरुस्कृत उमाशंकर पांडे आदि ने विचार व्यक्त किए।
दरअसल, आज बुधवार को लखनऊ से चलकर आई जल कोष यात्रा का कस्बे में जोरदार स्वागत किया गया। इसके बाद ब्लॉक प्रांगण में आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने जल संचय व संरक्षण के बारे में विस्तार से बताया। मुख्य अतिथि जल योद्धा पद्मश्री सम्मानित उमाशंकर पांडे ने कहा कि पानी का उपयोग जरूरत के हिसाब से करना चाहिए। यह गीता व कुरान में भी कहा गया है। दुनिया के ऋषि मुनियों व पैगंबरों ने भी समय-समय पर इंसानों को पानी की बचत के लिए जागरूक किया है।
उन्होंने कहा कि दुनिया में पीने योग्य पानी महज तीन प्रतिशत है। जल क्रांति के लिए जन आंदोलन की जरूरत है। जल योद्धा ने इतिहास का वर्णन करते हुए कहा कि बुंदेलखंड में पूर्वजों द्वारा बनाए गए कुंआ, तालाब, बावड़ी आदि जल स्रोत बताते हैं कि पानी की कितनी महत्ता होती है। उन्होंने कहा कि सदियों से पानी न्याय का आधार रहा है। देश के राजा महाराजा अपना नाम अमर रखने के लिए देशभर में कुओं तालाबों का निर्माण कराया है। उन्होंने कहा कि पानी अमृत है। जीवन पानी में है। इसलिए पानी बचाने की मुहिम कमजोर नहीं होनी चाहिए।
ब्लाक प्रमुख जयनारायण सिंह यादव ने कहा कि जल योद्धा की जल बचाओ मुहिम को पूरे क्षेत्र में चलाया जाएगा। साथ ही छह माह के अंदर एक विशाल संगोष्ठी का आयोजन कराया जाएगा।बीडीओ विपिन कुमार ने सभी के प्रति आभार जताते हुए कहा कि सभी को पानी बचाने का संकल्प लेना चाहिए। संचालन मुनीर खान ने किया।
संगोष्ठी को अशोक श्रीवास्तव, योगेश कुमार, कुलदीप कुमार, साकेत श्रीवास्तव, आनंद सिंह, पीयूष पटेल,अंकित पांडे ने भी विचार रखे। इस अवसर पर प्रधान अरिमर्दन सिंह, गुरुप्रताप सिंह परिहार,नोखेलाल यादव, अरविंद यादव, सुंदरलाल प्रजापति, लालाराम यादव,नारेंद्र पाल, अरविंद निषाद, शिवशरण प्रजापति,एडीओ पंचायत सुरेश कुमार, रामसजीवन, अनामिका पांडेय, मनीष कौशिक, अमित तिवारी, रामबाबू गुप्ता, अमित कुमार,रेंजर इफ्तिखार खान, वन दरोगा रामलखन आदि मौजूद रहे।