हमीरपुर जिले के धुंधपुर गांव में गलत उपचार से वृद्ध की हुई मौत की सूचना पाकर सदर विधायक गांव पहुंचे और सारा गुस्सा सीएमओ पर फोड़ते हुए कहा कि शिकायतों के बाद भी सीएमओ ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की और यह हादसा हो गया। जबकि इसके पूर्व इस डॉक्टर की लापरवाही से एक और महिला की मौत महीनों पूर्व हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अधिकारी सरकार के साथ जनप्रतिनिधियों की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
धुंधपुर निवासी हरी निषाद की गलत उपचार के बाद हुई मौत की सूचना पाकर सदर विधायक डा. मनोज कुमार प्रजापति धुंधपुर पहुंचे और मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसके बाद विधायक ने सीएमओ के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि भ्रष्ट्र अधिकारियों के चलते आम जनमानस में सरकार एवं जनप्रतिनिधियों की छवि खराब हो रही है।
विधायक ने कहा कि इस डॉक्टर के खिलाफ ग्रामीण लगातार शिकायतें सीएमओ से कर रहे थे लेकिन सीएमओ ने कार्रवाई नहीं की और वसूली में मशगूल रहे। नतीजा गलत उपचार से एक बेकसूर व्यक्ति की जान चली गई। विधायक ने आरोप लगाया है कि जिले में सैकड़ो की तादाद में झोलाछाप डॉक्टर बग़ैर रजिस्ट्रेशन के उपचार कर रहे हैं और सैकड़ों पैथोलॉजी बगैर पंजीकरण के चल रही हैं। यह सभी गरीब जनता का शोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह सीएमओ की कार्य प्रणाली की शिकायत मुख्यमंत्री से करके कार्यवाही की मांग करेंगे।
विधायक के गांव पहुंचने की सूचना पाकर स्वास्थ्य विभाग के साथ पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। थानाध्यक्ष राकेश कुमार दलबल के साथ गांव पहुंचे और पीडित परिवार से तहरीर लेकर डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया। वहीं सूचना पाकर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय सिंह, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. पुष्पेंद्र कुमार, चिकित्सा अधिकारी डा. तरुण पाल, डा. परवेज कादरी के साथ गांव पहुंचे और अस्पताल में नोटिस चस्पा करके डॉक्टर के पंजीकृत न होने की लिखित सूचना पुलिस को दी।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि डॉक्टर विभाग में पंजीकृत नहीं है। नोटिस दिया गया है। जवाब मिलने पर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।