मौदहा विकासखंड क्षेत्र ग्राम पंचायत गढ़ा में शिकायतों के बाद मनरेगा योजना के कार्यों में जांच टीम ने 10 लाख 82 हजार 90 रुपए की धनराशि का दुरुपयोग करने की रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप थी। जिलाधिकारी ने 30 जुलाई को आदेश निर्गत करके तत्कालीन पंचायत सचिव व रोजगार सेवक से वसूली करके मुकदमा दर्ज कराने तथा मौजूदा प्रधान व वर्तमान प्रधान से वसूली के बाद जिला पंचायत अधिकारी को विधिक कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
बीते 24 अगस्त 2022 को गढ़ा के पूर्व प्रधान रामसजीवन निषाद ने मौजूदा प्रधान सोनम सिंह के खिलाफ मनरेगा योजना के कार्यों में गड़बड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। इसी तरह प्रधान सोनम सिंह ने 15 सितंबर 2022 को रोजगार सेवक एवं तत्कालीन पंचायत सचिव के खिलाफ मनरेगा योजना में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया था। इन दोनों शिकायतों पर जिला समाज कल्याण अधिकारी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच टीम बनाई गई थी।
जांच टीम ने जिलाधिकारी को सौंपी रिपोर्ट में 10 लाख 82 हजार 90 रुपए की धनराशि के दुरुप्रयोग करने बताया था। इसमें तत्कालीन सचिव अजय शंकर पासी को 534102 रुपए, पंचायत रोजगार सेवक लक्ष्मी देवी को 534101 रुपए, पूर्व प्रधान रामसजीवन को 4231रूपए तथा मौजूदा प्रधान सोनम सिंह को 9656 रुपए के दुरुप्रयोग का दोषी पाया गया था। जांच रिपोर्ट के उपरांत जिलाधिकारी राहुल पांडे ने चारों से अपव्यय धनराशि की वसूली करके जमा करने के आदेश दिए हैं।
साथ ही पंचायत सचिव व रोजगार सेवक के खिलाफ मौदहा बीडीओ को मुकदमा दर्ज करने तथा मौजूदा प्रधान सोनम सिंह के खिलाफ जिला पंचायत राज अधिकारी को विधिक कार्यवाही के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी ने सचिव के खिलाफ कार्यवाही के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी मिर्जापुर को पत्र भेजा है। जिलाधिकारी की इस कार्रवाई से मौदहा ब्लॉक में हड़कंप मच गया है।