हजरत इमाम हुसैन की सवारी दुलदुल ʺघोड़ाʺ का ऐतिहासिक तथा धार्मिक 168वां जुलूस मातमी धुनों’ ढोल नगाड़ों’ अखाड़ों के साथ सौहाद्र्पूर्ण वातावरण में निकाला गया। हिन्दु मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोगों ने पूरी अकीदत के साथ घाड़े को दूध जलेबी खिलाई और सोने चांदी के नीबू चढ़ाकर अपनी अकीदत की मिशाल कायम की। रात 10 बजे से प्रारम्भ हुए जुलूस का सामापन सुबह 10 बजे हुआ।
हर साल मोहर्रम की सात तारीख को निकलने वाला हजरत इमाम हुसैन की सवारी दुलदुल ʺघोड़ाʺ का जुलूस अकीदत के साथ निकाला गया जिसमें उत्तर प्रदेश’ मध्यम प्रदेश व अन्य प्रान्तों से आए हुए लगभग 1 लाख से आधिक लोगों ने शिरकत करते हुए जुलूस की रौनक बढ़ाई। जुलूस का शुभारम्भ अपर जिलाधिकारी’ अपर पुलिस अधीक्षक सत्यम’ सीओ रविकान्त गोंड’ एसडीएम चरखारी डा० प्रदीप कुमार’ नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि रामपाल कुशवाहा’ ने फातहा के बाद गजरा पहनाते हुए किया। वी पार्क पर जुलूस के शुभारम्भ के मौके पर नबी अहमद खां’ व्यापार मण्डल अध्यक्ष आनन्द स्वरूप दमेले’ राजकुमारी जयति सिंह बुंदेला ,सपा जिलाध्यक्ष शोभालाल यादव’ एक लाख से अधिक लोग मौजूद रहे और फातहा के बाद जैसे ही इमाम चौक से घोड़ा बाहर निकला वैसे ही अकीदतमन्दों की भीड़ दूध जलेबी खिलाने के लिए उमड़ पड़ी तथा जिन लोगों की मुराद पूरी हुई उन्होंने सोने व चांदी के नीबू चढ़ाते हुए अकीदत पेश की।
बताते चलें कि ऐतिहासिक जुलूस का शुभारम्भ 1857 मे तत्कालीन महाराजा रतन सिंह जू देव के शासनकाल में प्रारम्भ हुआ था। मान्यता है कि जो भी श्रद्धा के साथ घोड़ा पर लगे नीबू निकलता है और कोई जायज मन्नत मानता है तो एक साल में ही उसकी मुराद पूरी हो जाती है और मुराद पूरी होने पर लोग सोने व चांदी के नीबू चढ़ाकर श्रद्धा व्यक्त करते हैं। सोने चांदी की दुकानें रात भर खुली रहीं तथा नीबू व जलेबी खरीदने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। सड़क व सड़क पटरियों अकीदमन्दों से पटी दिखाई दीं ओर बेतहाशा भीड़ के बीच जुलूस कामयाबी के साथ अंतिम सफर की ओर बढ़ता रहा। हजारों भीड़ के बीच शान्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था महत्वपूर्ण पहले माना जाता है जिसे प्रशासन ने बखूबी निभाया। शान्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था के लिए जिले सभी नौ थानों की फोर्स के अलावा भारी संख्या में पीएसी बल मौजूद रहा जिसकी कमान अपर पुलिस अधीक्षक सत्यम सीओ रविकान्त गोंड प्रभारी निरीक्षक गणेश गुप्ता चौकी प्रभारी सनय कुमार के हांथों रही। जायरीनों के बैठने तथा पीने के पानी कस्बा की सफाई आदि का कार्य नगर पालिका द्वारा कराया गया।