यूपी का हमीरपुर जिला भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा केंद्र बना हुआ है। क्योंकि यहां गोहांड ब्लॉक में घोटाले ही घोटाले होते दिखाई पड़ रहे है। हैरानी की बात ये है कि अधिकारियों के कमीशन खोरी के चलते खुलेआम नरेगा के काम में धांधली की जा रही है। यहीं नहीं गोहांड ब्लॉक अलकछवा ग्राम पंचायत के तालाब में जेसीबी मशीन चलती नजर आ रही है। जेसीबी मशीन से तालाब की खुदाई करके मजदूरों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी मनरेगा योजना
जिले में हो रहे इस भ्रष्टाचार की भेंट महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार एक्ट ‘मनरेगा’ योजना है। सचिव राजेश राजपूत, ग्राम प्रधान योजना में सेंधमारी करके पूरी योजना पर पलीता लगा रहे है। बताया तो ये जाता है कि यहां खुद सात साल एक ही ब्लॉक में तैनात सचिव भ्रष्टाचार को न्याता दे रहे है। जिसके कारण मजदूरों को उनका हक नहीं मिल पा रहा है।
जब मीडियाकर्मियों ने BDO गोहांड शिवनारायण से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि एक बार मौका देना चाहिए। मैं कोई कार्रवाई नहीं कर पाऊंगा। ये राजस्व का मामला है। आपको बता दें ये पूरा मामला गोहांड ब्लॉक के ग्राम पंचायत अलकछवा का है।