यूपी के कानपुर जिले में पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रेप, वसूली, घूसखोरी और कोर्ट की अवमानना सहित अन्य मामलों में फंसे 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। इसमें 8 दारोगा और 3 कांस्टेबल शामिल हैं। जिसके बाद अब इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है।
इस मामले में जानकारी देते हुए एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र ने बताया कि ग्वालटोली थाने के दारोगा अरुण कुमार और सीसामऊ थाने में तैनात हिमांशु ने बर्रा में नॉनवेज को लेकर ढाबे पर जाकर मारपीट की, जिससे पुलिस की छवि खराब हुई।
वहीं, सचेंडी के चकरपुरमंडी चौकी में तैनात दारोगा सत्येंद्र कुमार और सिपाही अजय ने सब्जी बेचने वाले सुनी से फ्री में सब्जी लेने और नहीं देने पर रुपए मांगकर परेशान करने का आरोप लगा है। पीड़ित सुनील ने फेसबुक पर वीडियो अपलोड कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में दारोगा और सिपाही के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसकी वजह से इन सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
दूसरी तरफ जूही थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर कुलदीप यादव ने कोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं किया, जिससे पुलिस की छवि धूमिल हुई। रावतपुर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर पर शादीशुदा होने के बावजूद युवती को शादी का झांसा देकर बलात्कार करने का आरोप है। दरोगा सचिन मोरल के खिलाफ हरबंशमोहाल थाने में रेप की FIR दर्ज है।
काकादेव थानाक्षेत्र के शास्त्री नगर चौकी इंचार्ज पर विवेचना के दौरान पीड़ित से घूस लेने और लापरवाही करने का आरोप है।
घाटमपुर के आरक्षी पैरोकार हरविंदर सिंह पर कोर्ट से फाइल लेकर समय से जमा न करने का आरोप है। इसके चलते इन सभी पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।