कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के फीलखाना थाने में तैनात दलित दरोगा आत्माराम वर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दरोगा दलित उत्पीड़न का आरोप लगाते नजर आ रहे है। हैरानी की बात ये है कि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस कमिश्नर ने दरोगा को ही तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दरोगा की ओर से लगाए गए आरोप की जांच एसीपी कोतवाली अर्चना सिंह को सौंपी दी।
दरोगा का वीडियो वायरल
दरोगा आत्माराम वर्मा ने 2.05 मिनट का अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है। वीडियो में दरोगा कहते नजर आ रहा है कि मेरे साथ अन्याय हो रहा है। थाने में तैनात एसआई अरुण कुमार सिंह, संतोष यादव, कांस्टेबल सुमित बादल मुझे परेशान कर रहे हैं। जातिसूचक शब्दों से गालियां दी। एक माह पहले की घटना है। एसके सिंह इंस्पेक्टर से बताया और एसीपी अर्चना सिंह से भी बात की लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। कार्रवाई करने की बजाए एसीपी अर्चना सिंह ने थाने पर सबको इकट्ठा किया डांटा-फटकारा। इसके बाद मुझे कांस्टेबल और संतोष ने मां की गालियां मुझे दी। अरुण ने कहा कि ऐसे गाली खाते रहोगे कमरा खाली कर दो।
वीडियो में दरोगा ने कहा कि रात में ड्यूटी लगाई जाती है एक दो घंटे के लिए आराम करता हूं। मैं कोरी जात का हूं इसलिए इंस्पेक्टर रविन्द्र प्रताप सिंह मुझे परेशान कर रहे हैं। कह रहे हैं खाली कर दो कमरा नहीं तो तुम्हें जेल भेज दूंगा।
उधर, डीसीपी श्रवण कुमार सिंह का कहना है कि दरोगा खुद बहुत लड़ाका किस्म का है। चौकी में एक कमरे में जबरन कब्जा कर रखा है। दरोगा के आरोप की जांच की जा रही है। जांच के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी।