जशपुर जिला के कांसाबेल ब्लॉक में स्थित सीएम कैम्प बगिया अब पूरे छत्तीसगढ़ के जरूरतमंदों की आशा का केंद्र बन गया है। मुसीबत के समय, सहायता प्राप्त करने के लिए लोग, यहाँ फोन करते हैं और उन्हें सहायता मिलती भी है।
ऐसा ही कुछ हुआ सरगुजा जिले के सीतापुर निवासी जय कुमार (20 वर्ष) के साथ दरअसल, सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र के खड़गाँव निवासी जयकुमार बारीक पिता सूरज बारीक, बाईक दुर्घटना का शिकार हो गए थे। इस दुर्घटना में जय कुमार के पैर और कमर में गंभीर चोट आई थी। स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र मे प्राथमिक उपचार के बाद, चिकित्सको ने बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर मे भर्ती किया था। मेडिकल कॉलेज से जय कुमार को रायपुर के एम्स के लिए रेफर किया गया। मेडिकल कॉलेज से रेफर होने के बाद, जय कुमार के स्वजनों के सामने, घायल जय को लेकर रायपुर तक पहुंचने की समस्या खड़ी हो गई। काफी प्रयास के बाद भी उन्हें एम्बुलेंस नहीं मिल पा रहा था, ऐसे में जय कुमार के पिता सूरज बारीक ने सहायता के बगिया के सीएम कैम्प में फोन लगाकर अपनी समस्या बताई। मदद के लिए पहल करते हुए, सीएम कैम्प ने सरगुजा के कलेक्टर श्री विलास भोसकर संदीपन को जय कुमार को एम्स रायपुर तक पहुंचाने के लिए तत्काल एम्बुलेंस व्यवस्था कराने का निर्देश दिया। कलेक्टर ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जय कुमार के लिए निःशुल्क निजी एम्बुलेंस की व्यवस्था कर, घायल को एम्स रायपुर पहुंचाया। जहाँ, घायल जय कुमार के उपचार की व्यवस्था की सीएम कैम्प द्वारा की गई है।
सीएम कैम्प बना आशा का केंद्र
उल्लेखनीय है कि सीएम कैम्प बगिया की पहल पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के गृह जिला जशपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ से स्वास्थ्य सेवा सहित अन्य समस्या और मांगों को लेकर लोग फोन से सम्पर्क कर रहे हैं। यहाँ हर दिन आयोजित होने वाले जनदर्शन में भी लोग पहुंच रहे हैं। इन सभी जरूरतमंदो को तत्काल सहायता पहुंचाई जा रही है। सीएम कैम्प की पहल से अब तक स्वास्थ्य सेवा से जुड़े 125 जरूरतमंदो को सहायता पहुंचाई जा चुकी है।
स्वास्थ्य सेवा को लेकर सीएम संवेदनशील
जानकारी के लिए बता दें स्वास्थ्य सेवा मे सुधार और लोगों को गुणवत्तायुक्त सस्ती स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने शपथ ग्रहण करने के बाद से ही संवेदनशीलता दिखाई है। श्री साय ने मुख्यमंत्री पद की कमान सम्हालने के तत्काल बाद, प्रदेश में एम्बुलेंस व्यवस्था सुधारने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया था। कैबिनेट की पहली बैठक में प्रदेश के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में जेनरिक दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने का सख्त आदेश स्वास्थ्य विभाग को दिया गया था। अपने पहले बजट में मुख्यमंत्री ने जनजातिय बाहुल्य जशपुर जिले में स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने के लिए कुनकुरी में 200 बिस्तर की क्षमता वाली आधुनिक संसाधनों से लैस सर्वसुविधा युक्त अस्पताल निर्माण, 6 उप स्वास्थ्य केन्द्रों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन, जिला चिकित्सालय को आदर्श चिकित्सालय के रूप में विकसित करने जैसे कई महत्वपूर्ण घोषणा की है।