उत्तर प्रदेश की सबसे हाइटेक सिटी नोएडा प्रदेश में एक बार फिर नंबर 1 आई है। लेकिन इस बार नंबर 1 आने का कारण है शराब। जी हां शराब ! दरअसल, हाल ही में गौतमबुद्ध नगर के आबकारी विभाग को आबकारी आयुक्त से प्रशस्ति पत्र मिला। इस पत्र में दिखा गया है कि इस वित्तीय वर्ष में प्रदेश में राजस्व बढ़ाने में गौतमबुद्ध नगर पहले स्थान पर रहा है। पत्र के अनुसार, जिले में लगभग 1600 करोड रुपए की शराब बेची गई है। जिसमें पिछले साल के मुकाबले इस साल 25% की वृद्धि दर्ज की गई है।
10 महीने में पी गई 1600 करोड़ की शराब
दरअसल, गौतमबुद्ध नगर के आबकारी विभाग ने पिछले 10 माह में लगभग 1600 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया है। मतलब ये कि गौतमबुद्ध नगर के लोगों ने महज 10 महीने में 1600 करोड़ रुपए की शराब पी है। जिसके चलते आबकारी आयुक्त के द्वारा गौतमबुद्ध नगर के आबकारी अधिकारी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है।
आबकारी अधिकारी ने दी ये जानकारी
जानकारी देते हुए गौतमबुद्ध नगर के जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार ने बताया कि इस साल 2023-24 में हमें 2324 करोड़ रुपए का टारगेट दिया गया था। अभी 10 महीने में हमने लगभग 1600 करोड़ रुपए के राजस्व को प्राप्त कर लिया है। अगर पिछले साल के मुकाबले हम बात करें तो इस समय तक हम 25% की वृद्धि कर चुके हैं। मार्च के अंत तक हम दिए गए आंकड़े तक पहुंच जाएंगे।
आबकारी अधिकारी की मानें तो इस दौरान जिले में पिछले 10 माह में एक करोड़ 78 लाख 16 हजार 53 लीटर देसी शराब बेची गई है, जिससे लगभग 500 करोड रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। पिछले 10 माह में एक करोड़ 5 लाख 82 हजार बोतल अंग्रेजी शराब बेची गई है। अंग्रेजी शराब से लगभग 700 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। अंग्रेजी शराब बेचने के मामले में भी जिला पहले नम्बर पर रहा है।