झुंझुनूं : 11 सूत्री मांगां को लेकर नर्सिंगकर्मियों की ओर किया जा रहा धरना प्रदर्शन शुक्रवार को भी जारी रहा। बीडीके अस्पताल में मनोहर लाल व जिला संरक्षक महावीर प्रसाद के नेतृत्व में धरना दिया गया। साथ ही जिले के समस्त नर्सेज ने 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया। जिसमें एएनएम, एलएचवी, नर्सिंग ट्यूटर, नर्सिंग ऑफिसर,सीनियर नर्सिंग ऑफिसर व नर्सेज स्टूडेंट्स शामिल हुए।
धरने को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के सयोजक संजीव झाझड़िया ने बताया कि 16 अगस्त से 24 अगस्त तक राजस्थान की प्रत्येक चिकित्सा संस्थान में समस्त नर्सज द्वारा 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया जाएगा।
सरकार ने अगर नर्सज की 11 सूत्रीय मांगों पर विचार नहीं किया तो मजबूर होकर 25 अगस्त को जयपुर में प्रायोजित नर्सज महापंचायत करेगी। जिसके बाद होने वाली चिकित्सा अव्यवस्था की जिम्मेदारी राजस्थान सरकार की होगी।
धरने में सरोज, अंजू, रीना, सुशीला, मनोज, सुमन, चंचल झाझरा, बबीता रेप्सवाल, सुनीता मोगा, अनीता सोमरा, अशोकलता, सुभीता, कमला, सरिता तेतरवाल, शर्मिला, विनोद थाकन, सरिता मील, राजकोर, ममता, सुनीता कड़वासरा, कपिला, संजू बराला, पूनम खटकड़, प्रियंका खटकड़, महिपाल, ओमप्रकाश जांगिड़, नरेंद्र, राकेश महला, अजय कुमार, मनोज सैनी, संदीप मालसर, मदन कपूरिया, सुनील खरीटा, गंगाधर व नर्सज स्टूडेंट्स उपस्थित रहे।
ये प्रमुख मांग
केंद्र के समान वेतनमान, नर्सिंग केडर का पुनर्गठन, स्वतंत्र नर्सिंग निदेशालय की स्थापना, संविदा सेवा से नियमित हुए नर्सज को पूर्व सेवा का नोशनल लाभ, समय पर पदोन्नति, दवा लिखने का अधिकार, स्टूडेंट का स्टाइपेंड बढ़ाने, एएनएम का ग्रेड पे 3600 करने, एएनएम व नर्सिंग ट्यूटर का पदनाम परिवर्तन प्रमुख मांग है।