झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी से हटाकर गुढ़ा में शामिल किए जाने पर ढाणी बाढ़ान के ग्रामीणों ने आपत्ति जताई है। इस फैसले के विरोध स्वरूप आज गांव में बैठक रखी और आंदोलन की रूपरेखा की गई तैयार गई । सुविधा देने की बात पर नए जिलों के पुनर्गठन की सूचना आते ही अब आमजन में आक्रोश देखने को मिल रहा है। राजस्व ग्राम ढाणी बाढ़ान को बिना किसी पूर्व सूचना के ही गुढ़ागौड़जी तहसील में शामिल कर दिया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि जहां हमारी तहसील खेतड़ी महज 20 किमी ही थी वहीं नई तहसील की दूरी 50 किमी हो गई है जो सुविधा के नाम पर सीधा छलावा है। गुढ़ा के नजदीक आने वालों गांवों की बजाय दूर के गांवों को शामिल करना बेहद निराशाजनक फैसला है। साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि हमारी खेती की सभी जमीन ग्राम देवता व जसरापुर में है जो अब भी खेतड़ी तहसील के अधीन हैं। यानि अब ग्रामीणों को दो जिलों, दो तहसीलों से के चक्कर काटने होंगे। जहाँ सरकार ने घोषणा की थी कि पूरी तहसील व उप तहसील को ही जिले में शामिल किया जाएगा वहां अचानक से किये गए फैसले में महज कुछ गांवों को तहसील से अलग कर देना न सिर्फ नियम विरुद्ध है बल्कि जन भावनाओं के भी खिलाफ है।
इस बैठक में श्री जमवाय माता गोरवशाली संघर्ष समिति ढाणी बाढान से अध्यक्ष नरेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष विक्रम सिंह, केशियर सनीपाल सिंह, मेंबर : श्याम सिंह, जनक सिंह, सीताराम सिंह, ओमप्रकाश, सूबेदार श्रीराम सिंह, जितेंद्र, रामअवतार सिंह, सज्जन सिंह, अजय सिंह, शिवराज सिंह, सुनील, राजवीर, राजपाल सिंह सहित अनेक लोग मौजूद थे।