जयपुर : राजस्थान में अब होंगे 50 जिले, 17 को मंजूरी:अब जयपुर ग्रामीण और जोधपुर ग्रामीण; राजस्व मंत्री बोले- आगे और नए जिले बनाएंगे

जयपुर : राज्य सरकार ने 19 नए जिलों के नोटिफिकेशन को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट की मीटिंग में इन जिलों के नोटिफिकेशन को मंजूरी दी गई है। जबकि बजट में 19 जिलों की घोषणा की गई थी। विरोध के चलते जयपुर और जोधपुर जिले यथावत रहेंगे। प्रदेश में पहले से 33 जिले थे। अब 19 नए जिलों के बाद 50 जिले हो गए हैं।

सरकार ने नए जिलों में आईएएस और आईपीएस अफसरों को ओएसडी लगाया था। अब नए जिलों की अधिसूचना जारी करते ही उनका पद कलेक्टर और एसपी हो जाएगा। नए जिलों मे अब कलेक्टर, एसपी और जिला लेवल के ऑफिस खुलने शुरू होंगे।

राजस्व मंत्री बोले- आगे और नए जिले बनाएंगे
राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा- सीएम ने इतिहास बनाया है। मेरी मांग है कि आगे और भी जिले बनें। कुछ छोटे जिले भी बनाए जाएं। लोगों की जिलों की और मांग आ रही है। बीजेपी के लोग भी जिलों की मांग कर रहे हैं। आगे और नए जिले बनाएंगे।

ये हैं नए जिले

1. जयपुर
इसमें जयपुर नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर में आने वाला पूरा भाग आएगा।
तहसील: जयपुर, कालवाड़, आमेर और सांगानेर।

2. जयपुर (ग्रामीण)
इसमें 13 उपखंड और 18 तहसील होंगी।
उपखंड: जयपुर, सांगानेर, आमेर, बस्सी, चाकसू, जमवारामगढ़, चौमूं, सांभर लेक, माधोराजपुरा, रामपुरा डाबड़ी, किशनगढ़, रेनवाल, जोबनेर और शाहपुरा।

तहसील: नगर निगम का इलाका छोड़कर जयपुर, कालवाड़, सांगानेर और आमेर तहसील का हिस्सा भी ग्रामीण में आएगा। इसके अलावा जालसू, बस्सी, तूंगा, चाकसू, कोटखावदा, जमवारामगढ़, आंधी, चौमूं, फुलेरा, माधोराजपुरा, रामपुरा डाबड़ी, किशनगढ़, रेनवाल, जोबनेर और शाहपुरा तहसील में शामिल होंगी।

3. जोधपुर
इसमें जोधपुर तहसील का नगर निगम जोधपुर के तहत आने वाला पूरा भाग होगा।

4. जोधपुर (ग्रामीण)
इसमें 10 उपखंड और 15 तहसील होंगी।

उपखंड: जोधपुर उत्तर, जोधपुर दक्षिण, लूणी, बिलाड़ा, भोपालगढ़, पीपाड़ सिटी, ओसियां, बावड़ी, शेरगढ़ और बालेसर।

तहसील: नगर निगम के क्षेत्र को छोड़कर जोधपुर उत्तर और दक्षिण तहसील का हिस्सा होंगे। कुड़ी, भगतासनी, लूणी, झवर, बिलाड़ा, भोपालगढ़, पीपाड़ सिटी, ओसियां, तिंवरी, बावड़ी, शेरगढ़, बालेसर, शेखला और चामू।

5. बालोतरा
इसमें 4 उपखंड और 7 तहसील होंगी।

उपखंड: बालोतरा, सिवाना, बायतु और सिणधरी।
तहसील: पचपदरा, कल्याणपुर, सिवाना, समदड़ी, बायतु, गिड़ा और सिणधरी

6. डीग
इसमें 6 उपखंड और 9 तहसील होंगी।

उपखंड: डीग, कुम्हेर, नगर, सीकरी, कामां और पहाड़ी।
तहसील: डीग, जनूथर, कुम्हेर, रारह, नगर, सीकरी, कामां, जुरहरा और पहाड़ी।

7. डीडवाना-कुचामन
इसमें 6 उपखंड और 8 तहसील होंगी।

उपखंड: डीडवाना, लाडनूं, परबतसर, मकराना, नागौर और कुचामन सिटी।
तहसील: डीडवाना, मौलासर, छोटी खाटू, लाडनूं, परबतसर, मकराना, नावां और कुचामन सिटी।

8. दूदू
इसमें 3 उपखंड और 3 तहसील होंगी।

उपखंड: मोजमाबाद, दूदू और फागी।
तहसील: मोजमाबाद, दूदू और फागी।

9. गंगापुरसिटी
5 उपखंड और 7 तहसील होंगी।

उपखंड: गंगापुरसिटी, वजीरपुर, बामनवास, टोडाभीम और नादौती।
तहसील: गंगापुरसिटी, तलवाड़ा, वजीरपुर, बामनवास, बरनाला, टोडाभीम और नादौती।

10. ब्यावर
इसमें 6 उपखंड और 7 तहसील होंगी।

उपखंड: ब्यावर, टॉडगढ़, जैतारण, रायपुर, मसूदा और बदनोर।
तहसील: ब्यावर, टॉडगढ़, जैतारण, रायपुर, मसूदा, विजयनगर और बदनोर।

11. केकड़ी
इसमें 5 उपखंड और 6 तहसील होंगी।

उपखंड: केकड़ी, सावर, भिनाय, सरवाड़ और टोडारायसिंह।
तहसील: केकड़ी, सावर, भिनाय, सरवाड़, टाटोटी और टोडारायसिंह

12. कोटपूतली-बहरोड़
इसमें 7 उपखंड 8 तहसील शामिल।

उपखंड: बहरोड़, बानसूर, नीमराणा, नारायणपुर, कोटपूतली, विराटनगर और पावटा।
तहसील: बहरोड़, बानसूर, नीमराणा, मांधन, नारायणपुर, कोटपूतली, विराटनगर और पावटा।

13. खैरथल-तिजारा
इसमें 5 उपखंड और 7 तहसील होंगी।

उपखंड: तिजारा, किशनगढ़ बास, कोटकासिम, टपूकड़ा और मुंडावर।
तहसील: तिजारा, किशनगढ़ बास, खैरथल, कोटकासिम, हरसोली, टपूकड़ा और मुंडावर।

14. नीम का थाना
इसमें 4 उपखंड और 5 तहसील होंगी।

उपखंड: नीम का थाना, श्रीमाधोपुर, उदयपुरवाटी और खेतड़ी।
तहसील: नीम का थाना, पाटन, श्रीमाधोपुर, उदयपुरवाटी और खेतड़ी।

15. सलूंबर
इसमें 4 उपखंड और 5 तहसील होंगी।

उपखंड: सराडा, सेमारी, लसाडिया और सलूंबर।
तहसील: सराडा, सेमारी, लसाडिया, सलूंबर और झल्लारा।

16. सांचौर
4 उपखंड और 4 तहसील होंगी.

उपखंड और तहसील: सांचौर, बागोड़ा, चितलवाना और रानीवाड़ा।

17. शाहपुरा
इसमें 5 उपखंड और 6 तहसील होंगी।

उपखंड: शाहपुरा, जहाजपुर, फुलिया कला, बनेड़ा और कोटडी।
तहसील: शाहपुरा, जहाजपुर, काछोला, फुलिया कला, बनेड़ा और कोटडी।

18. फलोदी
इसमें 6 उपखंड और 8 तहसील होंगी।

उपखंड: फलोदी, लोहावट, आऊ, देचू, बाप और बापिणी।
तहसील: फलोदी, लोहावट, आऊ, देचू, सेतरावा, बाप, घंटियाली और बापिणी।

तीन नए संभाग और उनके जिले
सीकर:
 इस संभाग में सीकर, झुंझुनूं, चूरू और नीमकाथाना।
पाली: इस संभाग में पाली, जालोर, सिरोही और सांचौर।
बांसवाड़ा: इस संभाग में बांसवाड़ा, डूंगरपुर और प्रतापगढ़।

19. अनूपगढ़
इसमें 6 उपखंड और 7 तहसील होंगी।

उपखंड: अनूपगढ़, रायसिंहनगर, श्रीविजयनगर, घड़साना, छत्तरगढ़, खाजूवाला।
तहसील: अनूपगढ़, रायसिंहनगर, श्रीविजयनगर, घड़साना, रावला, छत्तरगढ़, खाजूवाला।

राजस्थान की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में बताया कि नए जिले बनने से लोगों को लाभ मिलेगा। साथ ही प्रशासनिक दृष्टि से काम आसान होगा। इससे प्रदेश के विकास को नई रफ्तार मिलेगी। राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि यह आम जनता का सम्मान है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो यह फैसला लिया है, वह प्रशासनिक कामकाज को सुगम बनाएगा। आबादी बढ़ी लेकिन जिले नहीं बढ़े थे। इस वजह से जिला कार्यालयों पर दबाव बढ़ गया था।

2000 करोड़ रुपये का प्रावधान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे यहां एक जिले में ही दूरी 200 किमी की थी। दो-दो दिन लगते थे काम निपटाने में। जमीन संबंधी मामलों के निपटारे के लिए नाइट स्टे करना पड़ता था। अब उन्हें परेशान नहीं होना होगा। नए जिलों के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए दो हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। छोटे जिलों का अनुभव हम लेंगे। इसके आधार पर आगे भी नए जिले बना सकते हैं। हम 2030 के राजस्थान का सपना देख रहे हैं। इसके लिए सभी से सुझाव आमंत्रित हैं।

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