झुंझुनू : जिला अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय के सभागार में बुधवार को राजस्थान मदरसा बोर्ड के अक्ष्यक्ष एम.डी. चौपदार की अध्यक्षता में मदरसा शिक्षा अनुदेशक व मदरसा सदर-सचिव की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान मदरसा कल्याण के लिए भामाशाहों भंवरू खान व यासीन रंगरेज का सम्मान किया गया व शिक्षा अनुदेशकों का उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि एम.डी. चौपदार ने कहा की किसी भी समाज का आईना शिक्षा है शिक्षा के बिना कोई भी समाज तरक्की नहीं कर सकता। उन्होनें कहा कि हम जागरूक लोगों को जिम्मेदारी लेनी होगी तभी समाज शिक्षा की ओर बढ़ेगा। अभी भी शिक्षा के क्षेत्र में अल्पसंख्यक समाज में कार्य करने की बहुत बड़ी आवश्यकता है।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, मो. अनीस व जिला कार्यक्रम अधिकारी नेहा झाझड़िया द्वारा कार्यशाला के उड्डश्यों यथा-अल्पसंख्यक विभाग की योजनाओं का प्रचार-प्रसार, मदरसों में नामांकन विरूद्ध के साथ-साथ मूलभूत सुविधाओं के विस्तार के साथ उनके आधुनिकीकरण को बढावा देने पर जोर दिया गया। उक्त कार्यशाला में सभी मदरसा शिक्षा अनुदेशकों को मदरसों में नामांकन विरूद्ध के लिए जरूरी कदम उठाने, मदरसों में शिक्षा के स्तर को सुधारने तथा उनके जरूरी कागजात तैयार करने जैसे-भूमि पंजीकरण के लिए निर्देश दिये गये। साथ ही किसी भी शिक्षा अनुदेशक के अध्यापन कार्य में कोताही बरतने पर आवश्यक कार्यवाही की बात भी कही गई। छात्र-छात्रओं को गुणवता युक्त भोजन के लिए सभी मदरसों को मीड-डे-मील योजना शुरू करने के निर्देश भी दिए और किसी भी मदरसें के इस योजना से वंचित न रहने के सख्त निर्देश दिये गए। मदरसों में आधारभूत सुविधाओं के विस्तार हेतु जरूरी प्रस्ताव भेजने के लिए भी कहा। कार्यशाला में जिले के स्थित पंजीकृत मदरसों के समस्त शिक्षा अनुदेशक, मदरसों के सदर-सचिव व समाज के अन्य गणमान्य लोगों ने भाग लिया।