निर्माणकार्य मजदूर मिस्त्री यूनियन, जिला इकाई कुरुक्षेत्र
हरियाणा-कुरुक्षेत्र : आज निर्माणकार्य मजदूर मिस्त्री मिस्त्री यूनियन का जिला इकाई कुरुक्षेत्र का छठा प्रतिनिधि सम्मेलन स्थानीय शहीद भगत सिंह दिशा संस्थान में जिला प्रधान चांदीराम की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इसमें आगामी 2 वर्षों के लिए जिला कमेटी का चुनाव किया गया। जिला कमेटी में प्रधान चांदीराम, उपप्रधान नरेश कुमार, सचिव कुलदीप सारसा, सह सचिव देवीदयाल, कैसियर प्रवीण बसपा अली व अन्य कार्यकारिणी सदस्य- सुनील, सतीश, सागर गांधीनगर, आकाश, संजीव कुमार और विजय कुमार का चुनाव किया गया।
सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में यूनियन के महासचिव सुरेश कुमार ने कहा कि आज पूंजीपति वर्ग की मुनाफाखोरी नीतियों के कारण जनता को बाढ़, प्रदूषण, भूकंप जैसी आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है। सरकार के पास ना तो बाढ़ के पानी की निकासी के लिए कोई प्रबंध है और ना ही बाढ़ ग्रस्त लोगों व उनके समान को सुरक्षित जगह पर ले जाने का प्रबंध है। और ना ही उनके स्वास्थ्य के लिए चिकित्सा व्यवस्था का प्रबंध है। उन्होंने कहा कि मजदूरों द्वारा बरसात के मौसम से पहले अधिकारियों को नहरों, ड्रेनों आदि की मरम्मत के लिए ज्ञापन दिए गए परंतु सरकार की निष्क्रियता और लापरवाही के कारण जनता को बाढ़ का डांस झेलना पड़ रहा है।
जिला सचिव की रिपोर्ट पर चर्चा करते हुए प्रांतीय प्रधान करनैल सिंह ने कहा कि यूनियन ने मजदूरों के लिए 90 दिन के प्रमाण पत्र को प्रमाणित करने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा यूनियन के अधिकार को छीन लिए जाने पर सुप्रीम कोर्ट तक कानूनी लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि मजदूरों को किसी भी प्रकार की कल्याणकारी स्कीमों का लाभ देने की सरकार की कोई मंशा नहीं है। हरियाणा सरकार ने बोर्ड में पंजीकरण करने व लाभ देने की प्रक्रिया को इतना जटिल कर दिया है। इसलिए किसी भी मजदूर को इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। यूनियन के साथियों ने आरटीआई लगाकर जब बोर्ड से मिलने वाले लाभों के बारे में जानकारी लेनी चाही तो अधिकारियों ने जानकारी देने से मना कर दिया। इन सभी समस्याओं से लड़ने के लिए सभी प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे शहीद भगत सिंह की विचारधारा पर चलते हुए मजबूत संगठन बनाएं।
सम्मेलन के अध्यक्षीय भाषण में जिला प्रधान चांदीराम ने कहा कि कुरुक्षेत्र शहर में मजदूर मिस्त्रियों के लिए लेबर चौक की स्थायी जगह नहीं है जहां शेल्टर हो और वहां मजदूर आराम से खड़े हो सकें। यूनियन लगातार सरकार से लेबर चौक की जगह पर शेल्टर आदि की व्यवस्था करने की मांग कर चुकी है। श्रम कल्याण बोर्ड के अधिकारी, थानेसर का विधायक, नगर परिषद और सरकार पूरी तरह इस मुद्दे पर आंखें बंद किये बैठे हैं। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में शीघ्र ही लेबर चौक की जगह सुनिश्चित करके शेल्टर व आवश्यक व्यवस्था नहीं की गई तो यूनियन सरकार व उसके अधिकारियों व विधायक की नींद हराम कर देगी। उन्होंने हरियाणा सरकार के मजदूर विरोधी रवैये के बारे बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार के नेता हर रोज विकास का शोर मचा रहे हैं परंतु सरकार मजदूरों का तो विनाश कर रही है, विकास तो अंबानी अडानी जैसे पूंजीपतियों का हो रहा है।
ये नेता और भी तरह तरह की बकवास करते रहते है मगर कुरुक्षेत्र जिला में लेबर महकमे में सहायक श्रम आयुक्त (सीनियर) का पद ही खाली पड़ा है। ऐसे में यदि किसी श्रमिक का मालिक के साथ विवाद हो जाए तो बिना उपरोक्त लेबर अधिकारी के मजदूर के विवाद का निपटारा कौन करेगा। यूनियन ने सरकार से कुरुक्षेत्र में सहायक श्रम आयुक्त (सीनियर) नियुक्ति किए जाने की मांग की हुई है। यदि शीघ्र ही सहायक श्रम आयुक्त (सीनियर) नियुक्ति नहीं की जाती है तो आंदोलन किया जाएगी। यूनियन निर्माणकार्य श्रमिकों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है और यह लड़ाई हम लड़ेंगे। श्रमिकों के हितों पर कोई आंच आने नहीं देंगे।
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