जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : 21 साल से फरार सगे भाई की हत्या का स्थाई वारण्टी विक्रमसिंह ईक्तावरपुरा गिरफतार। महानिरीक्षक पुलिस जयपुर रेंज जयपुर उमेश चंद्र दत्ता (IPS), पुलिस अधीक्षक महोदय जिला झुंझुनूं श्यामसिंह (IPS) के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय झुंझुनूं डॉ. तेजपालसिंह (RPS) एवं रोहिताशलाल देवेन्दा (RPS) वृताधिकारी वृत झुंझुनूं ग्रामीण के निकट सुपरविजन में मन थानाधिकारी श्रवण कुमार उपनिरीक्षक थानाधिकारी पुलिस थाना बगड़ द्वारा गठित टीम द्वारा कार्यवाही करते हुये थाना हाजा के अभियोग संख्या 48 / 2001 धारा 302 आईपीसी में न्यायालय से फरार आरोपी विक्रमसिंह को थिरपाली बड़ी, तहसील राजगढ, जिला चुरू से गिरफतार किया गया।
घटना विवरण :- 22 मार्च 2001 को परिवादी राजवीरसिंह पुत्र सज्जनसिंह, जाति राजपुत, निवासी इक्तावरपुरा, पुलिस थाना बगड़ पर प्रथम सूचना रिपोर्ट इस आशय की दर्ज करवाई की गई रात को 11 बजे करीब हमारे घर पर मेरा चाचा विक्रमसिंह शराब पिया हुआ झगड़ा करने के लिए आया था। मेरे पिताजी उस वक्त घर पर नही थे। जब विक्रमसिंह हमारे से झगड़ा कर रहा था तब उसको मेरे परिवार वाले मेरी चाची व मेरे दादा पकड़ कर ले गये थे। मेरे पिताजी सुबह 7 बजे जब सारी स्कुल से घर आये तब उनको हनमे सारी बात बताई, जिसका ओलमा देने के लिए मेरे पिताजी मेरे चाचा विक्रमसिंह के घर गये तो तेरे पिताजी को मेरे दादा पालसिंह ने लकड़ी से मारा तथा विक्रमसिंह ने चाकु से उनके पेट पर छाती पर, पिठ पर चोटे पहुचाई। मेरे पिताजी ने हो हल्ला किया तो मै व मेरा मामा लालसिंह ने बीच बचाव कर छुड़ाया यह घटना आस पड़ौस के आदमीयों व औरतों ने भी देखी है। घायल हालत में मेरे पिताजी को मै, मेरा मामा लालसिंह ओर महेन्द्रसिंह व शिवराजसिंह हमारे गांव की जिप में झुन्झुनू अस्पताल के लिए रवाना हुए मगर रास्ते में ही मेरे पिताजी खत्म हो गये। रिपोर्ट करता हु । कानुनी करवाई करवाये। जिस पर प्रकरण दर्ज कर अन्वेषण किया जाकर आरोपी विक्रमसिंह को माननीय न्यायालय में पेश किया गया। आरोपी माननीय न्यायालय से जमानत पर जेल से बाहर आ गया। उसके बाद वर्ष 2002 से माननीय न्यायालय झुन्झुनू में उपस्थित नही हुआ तथा फरार हो गया। आरोपी ने फरारी के समय रेहड़ी लगाकर मुंगफली बेचने का काम किया तथा उसके बाद रांची में सब्जी बेचने का काम किया तथा अंगुल उड़ीसा में कोयले की खान में काम किया।
गठित टीमों द्वारा कारवाई: प्रकरण की गम्भीरता व आरोपी करीब 21 साल से फरार होने पर पुलिस थाना बगड़ की टीम का गठन मन थानाधिकारी श्रवण कुमार उपनिरीक्षक के नेतृत्व में मुल्जिम की तलाश करीब डेड साल से लगातार की गई। आरोपी की तलाश के लिए पिछले करीब छः महिने से इक्तावरपुरा व आरोपी विक्रमसिंह के ससुराल थिरपाली बड़ी में की गई तथा आरोपी के बारे में पता चला कि जिस दिन आरोपी ने अपने भाई का मर्डर किया था उसके तुरंत बाद उसकी पत्नि अपने बच्चों को लेकर अपने पीहर थिरपाली बड़ी जिला चुरू में रहने लग गई। वहीं पर रहकर अपने बच्चों का जीवन यापन करने लगी तथा विक्रमसिंह की जमानत होने के बाद माननीय न्यायालय में तारीख पेशी पर सजा के डर से उपस्थित नही हुआ तथा जमानत के बाद लोगो की नजरों से गायब हो गया। आरोपी विक्रमसिंह जब से फरार हुआ तब से केवल अपनी पत्नि के सम्पर्क में रहा ओर अन्य किसी भी आदमी के सामने नही आया। आरोपी विक्रमसिंह करीब 21 साल से फरार था जिसने दिल्ली, रांची झारखण्ड व अंगुल उड़ीसा में फरारी काटी है। आरोपी के काफी दिनों से गुप्त रूप से आसुचना संकलन करने पर विक्रमसिंह का अंगुल उड़ीसा में कोयले की खानों में काम कर वहीं पर रहने का पता चला तथा यह भी जानकारी मिली कि विक्रमसिंह हर छः महिने से अपने ससुराल थिरपाली बड़ी अपनी पत्नि के पास आता है तथा घर से बाहर नहीं निकलता है तथा एक महिने तक रहकर वापस अंगुल उड़ीसा चला जाता था। जिसके बारे में काफी प्रयासों पर आज अपने ससुराल में रहने की सूचना मिलने पर दबिश देकर थिरपाली बड़ी से गिरफतार किया गया। आरोपी ने फरारी के समय रेहड़ी लगाकर मुंगफली बेचने का काम किया तथा उसके बाद रांची में सब्जी बेचने का काम किया तथा अंगुल उड़ीसा में कोयले की खान में काम किया।
गिरफतार आरोपी :
1. विक्रमसिंह पुत्र पालसिंह, जाति राजपुत, उम्र 51 साल निवासी इक्तावरपुरा, पुलिस थाना बगड़, जिला झुंझुनूं हाल थिरपाली बड़ी, पुलिस थाना हमीरवास, जिला चुरू
गठित टीम का विवरण :
श्रवण कुमार उनि० थानाधिकारी पुलिस थाना रेणु महिला मुख्य आरक्षी नम्बर 2641, पुलिस थाना बगड़ चैनाराम कानि 286 पुलिस थाना बगड़ रूपेन्द्र कुमार कानि 1044 पुलिस थाना बगड राजकुमार कानि 1479 पुलिस थाना बगड चेनाराम आरक्षी नम्बर 286 का स्थाई वारण्टी की आसूचना प्राप्त करने में विशेष योगदान रहा।