MBBS स्टूडेंट : MBBS स्टूडेंट को नंगा कर पीटा, पिलाई शराब?:मां-भाई बोले, होली के पहले से रैगिंग कर रहे थे सीनियर्स, हमारे बच्चे का मर्डर कर दिया

MBBS स्टूडेंट : ‘हमने जवान बेटा खो दिया। 20 साल उसकी परवरिश की। मेरे बेटे ने बताया था कि होली से पहले उसे नंगा कर पीटा गया था। कंडोम पहनाकर शराब पिलाई गई थी। आज तक हमें नहीं पता कि ये किसने किया, क्यों किया? कॉलेज प्रशासन ने क्यों कदम नहीं उठाया। हमें क्यों इंफोर्म नहीं किया कि आपके बच्चे के साथ ऐसा हुआ है।’ ‘बेटे की मौत के बाद भी कॉलेज प्रशासन साथ नहीं दे रहा। सीसीटीवी कैमरे भी बंद हैं। मेडिकल बोर्ड पर भी हमें कोई भरोसा नहीं है।’

ये दर्द है 20 साल के MBBS स्टूडेंट हनिमेश की मां शारदा खांट का। शारदा खांट ने बड़े अरमानों से बेटे को डॉक्टर बनाने के लिए सीकर भेजा था। उस दिन के अरमान बुन रही थीं, जब बेटा सफेद कोट पहने गले में स्टेथोस्कोप लगाए उनके सामने खड़ा होगा। ये सपना एक पल में टूट गया, जब उन्होंने बेटे की लाश सफेद कफन में लिपटी देखी। 20 जून को सुबह करीब 6.30 बजे हनिमेश का शव सीकर के कल्याण मेडिकल कॉलेज के पीछे मिला था। हनिमेश इसी मेडिकल कॉलेज में फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था और बॉयज हॉस्टल में ही ग्राउंड फ्लोर पर कमरा नंबर 126 में रहता था।

सीकर के कल्याण मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में अपने बेटे का कमरा देखती हनिमेश की मां।

बेटा का कमरा देख दहाड़े मारकर रोने लगी मां
बेटे की मौत की सूचना मिलते ही हनिमेश की टीचर मां शारदा और पिता रमेश खांट अपने बड़े बेटे अभिषेक के साथ 20 जून की शाम को सीकर पहुंचे थे। बांसवाड़ा से सीकर पहुंचने तक मन में एक आस थी कि काश ये खबर झूठी साबित हो, लेकिन बेटे के हॉस्टल पहुंचे तो हर आस और उम्मीद टूट गई। परिवार जैसे ही हॉस्टल पहुंचा मां दौड़कर अपने बेटे के कमरा नंबर 126 के सामने पहुंची। कमरे पर ताला देखा तो खोलने को बोला। अंदर जाकर देखा तो बेटे की किताबें और कपड़े रखे थे। मां दहाड़े मारकर रोने लगी तो पिता तो बिल्कुल गुमसुम हो गए।

भास्कर ने परिवार से बात कर वो वजह जानने की कोशिश की, जो हनिमेश की मौत की वजह बनी। परिवार ने हॉस्टल के अंदर रैगिंग, शराब, मारपीट को लेकर कई खुलासे किए…

मां ने कहा– होली से पहले बेटे ने बताई थी आपबीती
हनिमेश की मां शारदा टीचर हैं। उनका कहना है कि- ‘हनिमेश अपनी बहन के साथ बातें शेयर करता था। उसने उसे बताया था कि होली से पहले हॉस्टल में परेशान किया गया। नंगा कर पीटा और फिर कंडोम लगाकर शराब भी पिलाई। हादसे के बाद बेटी ने हमें इस बारे में बताया।’

‘हमने हॉस्टल आकर एक-एक जगह को देखा है। बेटे के ग्राउंड फ्लोर पर कमरा नंबर 126 में भी गई। उसके कमरे पर ताला लगा था, जिसे पुलिस वालों ने खोला। कमरे में कोई नोट नहीं मिला सिर्फ उसकी किताबें रखी थीं। हॉस्टल के पीछे जाकर भी देखा, जहां उसका शव मिला था। फर्श पर खून के निशान थे। हॉस्टल के दूसरे बच्चों से भी बात की, लेकिन कोई कुछ नहीं बता सका।’ ‘आज मेरे बेटे के साथ ऐसा हुआ है। कल किसी और के साथ होगा। दोषियों पर कार्रवाई जरूरी है। बुधवार को भी हॉस्टल गई। डॉग स्क्वाइड को भी पुलिस ने बुलाया था, लेकिन अभी कुछ पता नहीं चला।’

अनिमेश कॉलेज के ही ब्यॉज हॉस्टल में रहता था। ये ग्राउंड फ्लोर पर बना उसका कमरा नंबर 126 है।

पढ़ाई में होशियार था हनिमेश
मां ने कहा कि उनका बेटा पढ़ाई में होशियार था। उसने 12th क्लास में भी 94 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। कभी उसने किसी से लड़ाई तक नहीं की। नीट की तैयारी के लिए 2021 में कोटा आया था। पहले ही अटेम्प्ट में उसका सिलेक्शन हो गया था। उसके बाद MBBS करने सीकर आया था। उस जैसे मासूम के साथ ऐसा कुछ होगा वह कभी सोच भी नहीं सकते थे।

मां को बोला था- ठीक हूं
हनिमेश सोशल मीडिया पर कम एक्टिव था। उसे मोबाइल चलाने का भी ज्यादा शौक नहीं था। केवल अपने परिवार से बात करने के लिए मोबाइल रखता था। मां ने बताया कि 20 जून की दोपहर को भी हनिमेष का कॉल आया था। उससे पूछा कि कैसा है तो सब ठीक होने की बात कही। व्हाट्सऐप पर भी मैसेज किया था कि, कैसा है। तक भी उसने ठीक है का रिप्लाई किया था।

बड़ा भाई बोला- हनिमेश की रैगिंग की गई थी
मॉच्यूरी के बाहर बैठे हनिमेश के बड़े भाई अभिषेक के आंसू नहीं रुक रहे थे। मां बार–बार उसके आंसू पोंछ रही थीं। अभिषेक से भास्कर ने बात की। उन्होंने बताया कि- ‘हॉस्टल में खुलेआम रैगिंग चलती है। सीनियर नए आने वाले स्टूडेंट्स की रैगिंग लेते हैं। कॉलेज स्टाफ भी उनको सपोर्ट करता है। बच्चों को ड्रिंक करने के लिए, कंडोम रखने के लिए कहा जाता है। कॉलेज के अंदर बीयर की बोतल भी पड़ी हुई मिली। कोई सिक्योरिटी भी नहीं है। क्या डॉक्टर ऐसे बनते हैं? सीसीटीवी भी बंद है ताकि कुछ पता नहीं चले।

हॉस्टल वार्डन का भी पता नहीं है। होगा भी तो आकर चला जाता है।’ ‘मेरे भाई ने मुझे बताया था कि होली से पहले उससे और बाकी बच्चों से रैगिंग हुई थी। डांस करो, गाना गाओ, ऐसी छोटी और बड़ी रैंगिग भी होती है। मेरे भाई का मर्डर हो गया है। वो गिरता तो सिर में चोट होती। शोल्डर में फैक्चर होता। उसके हाथ-पैर में फैक्चर थोड़े ही आता।’

हनिमेश के रूम के बाहर लगा‎ सीसीटीवी खराब
मामले में कॉलेज प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। कॉलेज कैंपस और हॉस्टल में लगे 48 में से 6 सीसीटीवी‎ बंद हैं। खास बात है कि हनिमेश के रूम के बाहर लगा सीसीटीवी‎ मई से बंद है। कॉलेज में 48 में से 6 सीसीटीवी‎ बंद हैं। हॉस्टल में करीब 250‎ स्टूडेंट्स हैं। डॉ. गुरुशरण कुड़ी के पास वार्डन‎ की जिम्मेदारी है, जबकि हर ब्लॉक के लिए‎ अलग-अलग वार्डन होने चाहिए।‎

सेकेंड और थर्ड ईयर के स्टूडेंट झाड़ते हैं बॉसगिरी
रैगिंग के मामले को लेकर भास्कर टीम ने कॉलेज में जाकर भी पता किया। कॉलेज में एंटी रैगिंग कमेटी है। कमेटी के पास किसी भी स्टूडेंट ने रैगिंग की शिकायत दर्ज नहीं करवाई थी। हालांकि सूत्रों ने बताया कि सेकेंड ओर थर्ड ईयर के स्टूडेंट जूनियर के सामने अपना वर्चस्व रखते हैं। हुडदंग मचाते हुए कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़ देते हैं। कभी हॉस्टल में क्रिकेट खेलकर कांच तोड़ देते हैं। कॉलेज स्टाफ तक को धमकी देते हैं। सामने आया है कि बीते दिनों कॉलेज के गेट पर रहने वाले गार्ड को भी धमकाया गया था। एक जूनियर छात्र पर दबाव भी बनाया था। हालांकि इस बारे में खुलकर कोई भी बोलने को तैयार नहीं है।

कॉलेज के स्टूडेंट से बात करती अनिमेश की मां। उन्होंने स्टूडेंट से हादसे और रैगिंग के बारे में जानकारी ली।

ऑनलाइन खाने की आड़ में शराब हॉस्टल में जाती
सूत्रों के अनुसार हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट ऑनलाइन बाहर से खाना मंगवाते हैं। इसकी आड़ में स्टूडेंट खाने के पैकेट में शराब की बोतल रखकर अपने कमरे तक लेकर जाते है। हनिमेश के परिवार को भी हॉस्टल में शराब की बोतल मिली थी। वहीं, कॉलेज प्रशासन का कहना है कि स्टूडेंट को बाहर से खाना मंगाने के लिए मना नहीं कर सकते। खाने की आड़ में शराब अंदर ले जाने के बारे में कुछ नहीं पता है।

7 दिन क्लास भी नहीं ली
हनिमेश गर्मियों की छुट्टी के बाद 12 जून को ही हॉस्टल वापस लौटा था। वापस आने के बाद वह चुप-चुप रहने लगा था। सभी क्लास भी नहीं ले रहा था। उसके साथियों ने इस पूछा भी था, लेकिन वह चुप हो जाता,जवाब नहीं देता था। परिवार का कहना है कि छुट्टियों के बाद जब वह सीकर आ रहा था तो खुश था। उन्हें नहीं पता था कि अब उनका बेटा कभी वापस नही लौटेगा।

अनिमेश अपनी मां और पिता के साथ। 12 जून को अपने परिवार से मिलकर बांसवाड़ा से सीकर लौटा था।

स्टूडेंट्स बोले- रात को बरामदे में मोबाइल चलाते दिखा था
स्टूडेंट्स ने पूछताछ में बताया कि हॉस्टल के कमरों में मोबाइल नेटवर्क ठीक से काम नहीं करता है। ऐसे में सोमवार रात करीब 9 बजे हनिमेश हॉस्टल के ग्राउंड फ्लोर के बरामदे में मोबाइल चला रहा था। हॉस्टल में रहने वाले अन्य स्टूडेंट्स ने आखिरी बार उसे मोबाइल चलाते हुए देखा था। इसके बाद सुबह उसकी मौत का पता चला। वहीं, परिजनों का कहना है कि उनकी हनिमेश से वीडियो कॉल पर भी बात होती थी। सोमवार को उनकी हनिमेश से वीडियो कॉल पर बात नहीं हुई थी। हालांकि मैसेज पर जरूर बात हुई।

सबसे पहले प्रोफेसर ने देखा था शव
शव सबसे पहले कॉलेज के एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर जगदीश ने देखा था। वह सुबह करीब 6 बजे कैंपस में मॉर्निंग वॉक कर रहे थे। इस दौरान पीछे की तरफ शव देखा। उसके बाद पुलिस को सूचना दी थी।

अनिमेष का फोटो जिसमें वह अपने दोस्तों के साथ खाना खा रहा हैं।

परिवार के साथ धरने पर बैठे थे ABVP कार्यकर्ता
हनिमेश के परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने सीनियर्स पर हनिमेश और दूसरे स्टूडेंट को परेशान करने का आरोप लगाया है। परिवार ने शव लेने से भी मना कर दिया। एसके हॉस्पिटल की मॉच्यूरी के बाहर बुधवार शाम तक धरने पर बैठे रहे। उनका कहना था कि दोषियों पर कार्रवाई नहीं होने तक शव नहीं उठाया जाएगा और न ही पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी मृतक के परिजनों को समर्थन देते हुए उनके साथ धरने पर बैठे थे। विद्यार्थी परिषद के विभाग संयोजक नीतीश कुमार ने कहा कि सीकर के मेडिकल कॉलेज में इस तरह की घटना होना निंदनीय है। पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता तब तक विद्यार्थी परिषद उनके साथ खड़ा है। ABVP के साथ तेजा सेना,भीम सेना के कार्यकर्ता मे परिवार के साथ धरने पर बैठा।

एसके कल्याण हॉस्पिटल की मॉच्यूरी के बाहर धरने पर बैठा अनिमेश का परिवार। परिवार से बात करते सांसद सुमेधानंद सरस्वती।

हनिमेश के शरीर पर करीब 12 फ्रैक्चर
सांसद सुमेधानंद सरस्वती, पूर्व विधायक रतनलाल जलधारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया भी बुधवार देर शाम धरने पर पहुंचे थे। इसके बाद परिवार ने 7 दिन में मामले का खुलासा होने और आर्थिक सहयोग के आश्वासन के बाद धरना खत्म किया और पोस्टमार्टम करवाने को तैयार हुआ। वार्ता के बाद शव को जयपुर ले जाया गया और पोस्टमार्टम करवाया गया। परिवार गुरुवार सुबह शव को लेकर बांसवाड़ा रवाना हो गया।

परिजनों की सहमति के बाद पुलिस ने बॉडी का एक्सरे-रे भी करवाया, जिसमें हनिमेश के शरीर पर करीब 12 फ्रैक्चर आए है। रीढ़ की हड्‌डी का निचला हिस्सा, बाएं पैर और जांघ की हड्‌डी में भी फ्रैक्चर है। बांया हाथ तीन जगह से क्रैक है। बांय हाथ की कलाई में दो फैक्चर हैं। कोहनी और दांया हाथ भी टूटा है। पैरों पर भी कट के निशान हैं।

कल्याण मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल के सामने खड़ी पुलिस। हर एंगल से जांच की जा रही है।

मामले की हर एंगल से होगी जांच
मामले में सीकर एसपी करण शर्मा ने कहा कि हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है। परिवार की रिपोर्ट पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। रैगिंग के एंगल से भी जांच की जाएगी। फिलहाल परिवार जयपुर में पोस्टमार्टम करवाने को राजी हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारण का खुलासा हो पाएगा।

अनिमेष के अंतिम संस्कार के दौरान बिलखते परिवार के लोग।

शव लेकर घर पहुंचे माता-पिता, अंतिम संस्कार किया
हनिमेश बांसवाड़ा का रहने वाला था। परिवार पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को बांसवाड़ा लेकर गया। घर पर नाते-रिश्तेदार और पड़ोसी जमा थे। बेटे का शव लेकर माता-पिता घर पहुंचे तो हर किसी की आंखों में आंसू आ गए। रिश्तेदारों ने पूरे परिवार को संभाला, उसके बाद अंतिम संस्कार किया गया।

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