चूरू : गांधी सेवा प्रेरक लगाए जाने राज्य सरकार का निर्णय महत्त्वपूर्ण कदम : सहारण

चूरू : राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष एवं गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक दुलाराम सहारण ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अंतिम छोर के व्यक्ति तक जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाने और समाज में सांप्रदायिक सौहार्द्र की भावना को बढ़ावा देने के लिए 50 हजार गांधी सेवा प्रेरक लगाए जाने की घोषणा की है, जो बहुत ही बड़ा और महत्त्वपूर्ण कदम है। गांधी सेवा प्रेरकों को मानदेय के रूप में 4500 रूपए प्रतिमाह देने से उन्हें बेरोजगारी के दंश से मुक्ति मिलेगी, साथ ही युवाओं में गांधी दर्शन का प्रचार-प्रसार होगा।

सहारण गुरुवार को जिले के सरदारशहर की सेठ बुद्धमल दूगड़ राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित उपखण्ड स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी ने सौहार्द्र और देशभक्ति की प्रेरणा दी, जिससे सम्पूर्ण भारत एक कड़ी के रूप में जुट पाया। महात्मा गांधी के विचार आज के दौर में भी प्रासंगिक हैं और हमेशा रहेंगे।

जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि राज्य सरकार की पहल पर शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के समन्वयकों ने जिले के उपखण्ड ही नहीं बल्कि पंचायत स्तर तक गाँधी जीवन दर्शन का सन्देश पहुँचाया है। गांधीजी की सोच ‘‘कोई पीछे न छूटे‘‘ की अवधारणा के साथ काम करते हुए राज्य सरकार ने महंगाई राहत कैम्प के माध्यम से सेचुरेशन मॉडल के तहत एक स्थान पर बिना किसी देरी के व सम्पूर्ण सहूलियत के साथ आमजन को लाभ पहुंचाने का काम किया है। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की महंगाई राहत कैम्प में सम्मिलित समस्त 10 योजनाओं के बारें में विस्तार से जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि जब हम किसी की सहायता करते हैं तो केवल किसी एक क्षेत्र में मदद हो पाती है जबकि हम अपने परिवेश में जानकारी के अभाव में महंगाई राहत कैम्प में इन योजनाओं का लाभ उठाने से वंचित लोगों को जागरुक कर हर क्षेत्र में सहायता कर सकते हैं। इन कैम्पों में सभी क्षेत्रों को सम्मिलित करने वाली योजनाओं का एक साथ लाभ मिल सकता है। इसलिए हमें छूटे हुए लोगों को रजिस्ट्रेशन करवाते हुए समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को लाभान्वित करना है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले के करीब 81 प्रतिशत परिवारों और 87 प्रतिशत व्यक्तियों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है और लाभ की प्रक्रिया शुरू हो रही है।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की घरेलू जीवनचर्या को सम्बल देने वाली इंदिरा गाँधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना, अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क घरेलू बिजली योजना, रोजगार क्षेत्र में ग्रामीण अंचल में मनरेगा व शहरी अंचल में इंदिरा गाँधी गहरी रोजगार गारंटी योजना में 125 रोजगार दिवस, समाज के सबसे बड़े वर्ग को सहायता व एकरूपता प्रदान करते हुए प्रतिवर्ष 15 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सम्बल करने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, लम्पी प्रकोप में पशुधन की हानि से आर्थिक असुरक्षा से बचाव करते हुए भविष्य में पशुधन हानि से पशुपालकों की आर्थिक सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना तथा आमजन की स्वास्थ्य की सुरक्षा में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना व मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना का आमजन को समुचित लाभ महंगाई राहत कैम्प में मिल रहा है।

मुख्य वक्ता राजस्थान लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष आर डी सैनी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि गाँधी जी और अन्य लोगों में चरित्र व विचारों का अंतर है। हमें विनम्रता, करुणा, प्रेम, सहजता और सरलता सिखाने का काम गांधीजी ने किया है। सर्वोदय की भावना और सत्याग्रह की राह गाँधी जी के विचारों से मिली है। हमें आज के आधुनिक और भौतिकवादी युग में महात्मा गाँधी जीवन दर्शन की अंगुली पकड़ लेनी चाहिए। समाज में अहंकार, पाखंड, झूठ, मक्कारी और नफरत की तरफ के विरुद्ध गांधी जीवन दर्शन हमें भाषा की खामोशी के साथ सत्याग्रह और संस्कार सिखाता हैं।

इस मौके पर पुष्पा मोट्यानी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महात्मा गाँधी के जीवन से हमें आत्म-परीक्षण की सीख मिलती है। गांधी जीवन दर्शन के अनुसार यदि हम अपना आत्म-परीक्षण करते है तो यहीं अपनी गलती में पहला सुधार हो जाता है। गांधीजी की आत्मकथा ‘‘सत्य के प्रयोग‘‘ से हमें सत्याग्रह और सर्वोदय की भावना सीखने को मिलती है। गाँधी ने समाज के गरीब, वंचित, पिछड़े वर्ग सहित महिलाओं में आत्मविश्वास भरने के साथ समाज की मुख्यधारा में लाने का काम किया। हमें इस शिविर में प्रशिक्षण लेकर समाज में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार करना है व समाज को उन्नति के शिखर पर पहुँचाना है।

सरदारशहर उपप्रधान केसरीचंद शर्मा ने कहा कि गाँधी जीवन दर्शन के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन होने से अंचल के लोगों को गाँधी दर्शन के साथ जनकल्याणकारी योजनाओं की भी जानकारी मिलेगी जिससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकेंगे।

इस मौके पर हिमांशु दूगड़ ने कहा कि महात्मा गाँधी के विचार व्यक्तिगत और सामाजिक तौर पर जिंदा रहेंगे। उनके आदर्श और बात हम सभी के अंदर जिंदा रहेगी। हमें गाँधी विचारधारा को अपनाते हुए अपने विरोध और समर्थन को सत्याग्रह के द्वारा प्रदर्शित करना चाहिए ताकि सरल, सहज और शांति के साथ अपनी बात रख सकें।

इसी दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविन्द ओला ने शिविर में प्रशिक्षणार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, पालनहार योजना , मुख्यमंत्री सुखद दाम्पत्य योजना व मुख्यमंत्री अंतरजातीय विवाह योजना की जानकारी दी। संचालन महात्मा गाँधी जीवन दर्शन समिति के उप संयोजक भारत गौड़ ने किया।

इससे पूर्व राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष एवं गाधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक दुलाराम सहारण, जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग, सरदारशहर नगरपालिका चेयरमैन राजकरण चौधरी, एसडीएम बिजेंद्र चाहर, गाँधी जीवन दर्शन समिति की उपखण्ड संयोजक डॉ मोनिका सैनी, मुख्य वक्ता राजस्थान लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष आर डी सैनी, हिमांशु दूगड़, पुष्प सत्यानी ने महात्मा गाँधी के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। गाँधी जीवन दर्शन समिति की उपखण्ड संयोजक डॉ. मोनिका सैनी ने उद्बोदन कर अतिथियों का स्वागत किया।

शिविर के दौरान शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के तारानगर संयोजक लीलाधर जोशी, गायत्री मेघवाल, अशोक पारीक, सत्यनारायण शर्मा, रोहिताश, भंवर गहलोत, विजयपाल सहारण, तारानगर प्रकोष्ठ प्रभारी पन्नालाल सोलंकी सहित प्रत्येक ग्राम पंचायत एवं नगरीय क्षेत्रों में वार्डो के प्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में नागरिकगण मौजूद रहे।

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