सीकर : सीकर कोतवाली थाना पुलिस बीते 1 सप्ताह में शहर में हुई दो चोरियों के मामले में खुलासा किया है। पुलिस ने चोरी करने वाली दो महिला और एक युवक को गिरफ्तार किया है। तीनों शहर में कचरा बीनने के बहाने चोरी की वारदात को अंजाम देते। ऐसे में रात के समय गश्त करने वाली पुलिस भी इन पर शक नही कर पाती। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।
कोतवाली थानाधिकारी पवन कुमार चौबे ने बताया कि 14 जून को विनोद कुमार सोनी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उनकी कल्याण जी के मंदिर के नीचे दुकान है। जिसे वह 13 जून को रात 9 बजे बंद करके चले गए। अगले दिन सुबह उन्हें सूचना मिली कि दुकान के ताले टूटे हुए हैं। जब उन्होंने दुकान पर आकर देखा तो दुकान से करीब 2.30 लाख रुपए का सामान गायब मिला। पुलिस ने रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस ने आरोपियों की तलाश में शहर में लगे करीब 150 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए। और आरोपियों के आने – जाने का रूट पता लगाया। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से शहर में 2 नंबर डिस्पेंसरी के पास एक कबाड़ी ग्राउंड का पता किया। जहां आरोपियों ने चुराया हुआ सामान रखा हुआ था। इसके बाद पुलिस ने गैंग की मुख्य सरगना मधु बावरिया (33), नारंगी बावरिया और काना खटीक (38) को गिरफ्तार किया। जिन्होंने पूछताछ में बताया है कि 17 जून की रात। उन्होंने ही शहर में सुभाष चौक में लाखों रुपए के जेवरात चुरा लिए थे। फिलहाल पुलिस इन आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है। पुलिस पूछताछ में अन्य भी कई खुलासे होने की संभावना है।
तीनों आरोपी कचरा बीनने के बहाने शहर में सूने मकान और दुकानों को अपना निशाना बनाते। आरोपी अपने साथ एक बड़ा प्लास्टिक का बैग रखते थे। जिसमें ही यह सामान डालकर अपने साथ ले जाते। ऐसे में इन पर रात को गश्त कर रही पुलिस भी आसानी से शक नहीं कर पाती। आरोपी मधु और नारंगी पर पहले भी चोरी के कई मामले दर्ज हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी में कोतवाली पुलिस थाने के एएसआई दशरथ सिंह, हेड कॉन्स्टेबल नीलम और सुभाष, कॉन्स्टेबल दलीप,दिनेश,लक्ष्मण,रामचंद्र और जयराम की अहम भूमिका रही।