बांसवाड़ा : सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन के बीच सुलह की कवायद के बीच एक बार फिर हॉर्स ट्रेडिंग का मामला उठा है। सोमवार को बांसवाड़ा में आयोजित सभा में सीएम ने सरकार पर आए सियासी संकट का जिक्र करते हुए कहा- ‘विधायक रमीला खड़िया के लिए लोग पैसे लेकर आ गए, कार की डिक्की में पैसा भी रख दिए, लेकिन इस महिला ने बिलकुल हाथ तक नहीं लगाया और कहा कि आप चले जाइए यहां से।’ सीएम ने कहा- ‘हमारी सरकार बचाने में इतनी बड़ी भूमिका निभाने वाली रमीला के इस कार्य को में कैसे भूल सकता हूं। तालियां बजाइए इस आदिवासी महिला के लिए।’
बांसवाड़ा दाैरे के दूसरे दिन मगरदा में 2500 करोड़ रुपए की अपर हाई लेवल कैनाल परियोजना के शिलान्यास के दौरान सीएम ने रमीला की तारीफ की। कहा- ‘एक मांग रमीला खड़िया की है। जिन्होंने हमारी सरकार बचाई थी। रमीला जो मांगेगी, उसको मैं कभी मना कर नहीं सकता। क्योंकि अगर ये नहीं होती तो आज मैं मुख्यमंत्री के रूप में आपके सामने खड़ा नहीं हाेता। इन्होंने हमारी सरकार के लिए मदद की, नहीं तो मध्यप्रदेश में चली गई, महाराष्ट्र में सरकार चली गई। यहां भी सरकार जा सकती थी। लेकिन इस महिला ने बहुत हिम्मत का काम किया। एक रुपए लेना भी स्वीकार नहीं किया।’ इसके बाद सीएम ने छोटी सरवा को पंचायत समिति बनाने की घोषणा की। इससे पहले सुबह त्रिपुरा सुंदरी में सीएम ने जनसुवाई की।
‘रमीला ने हमारी सरकार नहीं बचाई होती तो आज मैं मुख्यमंत्री के रूप में आपके सामने खड़ा नहीं होता’
रतलाम-बांसवाड़ा रेल का सपना अभी अधूरा
सीएम ने कहा कि मेरा केवल एक सपना है जो अभी तक पूरा नहीं हुआ। रतलाम-बांसवाड़ा रेल प्रोजेकट आगे नहीं बढ़ पाया। यूपीए सरकार ने इस प्रोजेक्ट को शुरू किया, लेकिन सरकार चली गई। जिसके बाद इसको ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को आगे नहीं बढ़ाया।
(इससे पहले 7 मई को सीएम ने धौलपुर में कहा था कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और गजेंद्र सिंह शेखावत ने मिलकर हमारी सरकार गिराने का षड्यंत्र किया। हमारे कुछ विधायकों को पैसे बांट दिए। मैंने विधायकों से कहा कि जिसने 10-20 करोड़ लिए हैं, वो पैसा शाह को लौटा दें।)