देश : आम आदमी को महंगाई से बड़ी राहत मिलती दिख रही है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों अनुसार मई महीने में खुदरा महंगाई दर 25 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है। मई महीने में खुदरा महंगाई दर 4.25% हो गई जो अप्रैल में 4.70% थी। इस दौरान ग्रामीण महंगाई भी 4.68% से घटकर 4.17% हो गई है। वहीं शहरी क्षेत्रों में महंगाई दर अप्रैल महीने के 4.85 फीसदी से घटकर 4.27 फीसदी हो गई है।
सरकार की ओर से जारी मई महीने के सीपीआई महंगाई के आंकड़े
1114 शहरी और 1181 ग्रामीण बाजारों से जुटाया गया डेटा
सरकार की ओर से खुदरा महंगाई के ये आंकड़े 1114 शहरी और 1181 ग्रामीण बाजारों से जुटाए गए डेटा के आधार पर जारी किए गए हैं। इसके तहत देश के 98.56% गांवों को जबकि 97.04% शहरी बाजारों को कवर किया गया है।
खाद्य पदार्थों और ईंधन की कीमतों में नरमी से महंगाई में राहत
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार मई महीने में खाद्य और ईंधन वस्तुओं की कीमतों में नरमी आने से CPI आधारित महंगाई दर में कमी आई है। यह लगातार चौथा महीना है जब खुदरा मुद्रास्फीति में गिरावट आई है और लगातार तीसरा महीना है जब उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति 6% से नीचे यानी आरबीआई के कंफर्ट जोन में है।
अप्रैल 2021 के बाद सबसे निचले स्तर पर खुदरा महंगाई दर
खुदरा महंगाई 4.25 प्रतिशत की दर पर आ गई है, जो अप्रैल 2021 के बाद से इसका सबसे निचला स्तर है। उस समय यह 4.23 प्रतिशत पर थी। बता दें कि सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक को यह सुनिश्चित करने का काम सौंपा है कि खुदरा मुद्रास्फीति 2 प्रतिशत से छह प्रतिशत के बीच बनी रहे। पिछले सप्ताह रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरों को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा था और चालू वित्त वर्ष के लिए खुदरा मुद्रास्फीति के औसतन 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
अप्रैल में औद्योगिक उत्पादन 4.2 प्रतिशत बढ़ा
सरकार की ओर से सोमवार को जारी अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में औद्योगिक उत्पादन 4.2 प्रतिशत बढ़ा है। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संदर्भ में मापा जाने वाला कारखाना उत्पादन अप्रैल 2022 में 6.7 प्रतिशत बढ़ा था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से जारी आंकड़ों से पता चला है कि विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में अप्रैल 2023 में 4.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अप्रैल महीने में खनन उत्पादन 5.1 प्रतिशत बढ़ा। वहीं बिजली उत्पादन में अप्रैल महीने में 1.1 प्रतिशत की कमी आई है।