जयपुर : देश का विकास हो या समाज की उन्नति या फिर बच्चों का भविष्य सभी के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है। अगर किसी बच्चे को शिक्षा नहीं मिलती है तो न उसे सम्मान मिलता है और न ही नौकरी। इसे लेकर संयुक्त अभिभावक संघ ने लगातार आ रही शिकायतों के बाद विद्यार्थियों का भविष्य बचाने और निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अगले सप्ताह से ‘अभिभावकों संग संवाद’ करने का निर्णय लिया है। उसके तहत हर स्तर पर अभिभावकों की शिकायतों को लेकर एक सामूहिक ज्ञापन तैयार कर अल्टीमेटम के साथ शिक्षा विभाग के सेक्रेटरी नवीन जैन को सौंपा जाएगा। अगर तय समय पर अभिभावकों और विद्यार्थियों को राहत नहीं मिलती है तो एक बार फिर अभिभावक जयपुर की सड़कों पर हल्ला बोल प्रदर्शन करेंगे।
प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया कि निजी स्कूल मनमानी फीस वसूल रहे हैं और आरटीई के तहत दाखिला नहीं दिया जा रहा है। इसे लेकर प्रदेश भर से रोजाना दो दर्जन से अधिक शिकायतें संयुक्त अभिभावक संघ को मिल रही हैं। अभिभावकों के अतिरिक्त अभिभावक संघ भी शिक्षा विभाग और बाल आयोग में शिकायत दर्ज करवा रहे हैं। लेकिन अभिभावकों को न कोई राहत मिल रही है न ही स्कूलों की मनमानी रोकने को लेकर कोई कार्रवाई हो रही है। प्रदेश में 24 जून से स्कूल खुल रहे हैं, ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। प्रशासन ने दिखावे के नाम पर खानापूर्ति करते हुए आरटीई के तहत अभिभावकों की शिकायतों को प्राप्त करने के लिए हेल्पलाइन नंबर और वाट्सएप नंबर तो जारी कर दिए। लेकिन उन नंबरों से भी अभिभावकों को प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है।
प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने कहा कि अभिभावकों की लगातार आ रही शिकायतों को ध्यान में रखकर संघ ने एक सामूहिक ज्ञापन देने का निर्णय लिया है। ज्ञापन देने से पहले संघ अभिभावकों से संवाद कर शिकायतें प्राप्त करेगा। उसके बाद प्रिंसिपल सेक्रेटरी को अल्टीमेटम के साथ ज्ञापन सौंपा जाएगा। अगर तय समय पर अभिभावकों और विद्यार्थियों को राहत नहीं मिली तो सभी अभिभावक एकजुट होकर स्कूलों की मनमानी के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे और जयपुर की सड़कों पर विशाल हल्लाबोल प्रदर्शन करेंगे। अगर जरूरत पड़ेगी तो धरना और आमरण अनशन भी किया जाएगा।