जयपुर : राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों के लिए ऐसी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। जो इन परिवारों को न सिर्फ आर्थिक संबल प्रदान कर रही हैं, बल्कि समाज में बढ़ती अमीर-गरीब के बीच की खाई को पाटने का काम भी कर रही हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए चलाई जा रही इन योजनाओं में से एक प्रमुख योजना है, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से संचालित इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना।
योजना का उद्देश्य
गरीब परिवार के घरों में एलपीजी सिलेंडर से चूल्हा जले और इसका आर्थिक भार भी नहीं रहे। इस योजना की एक और विशेषता है महिला सशक्तीकरण जिसके तहत सब्सिडी का हस्तांतरण सीधे महिला मुखिया के बैंक खाते में किया जाता है।
मात्र 500 रुपए में सिलेंडर
इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की संवेदनशीलता और कमजोर तबके के प्रति आत्मीयता का ही परिणाम है, जिससे विशेषकर उन गरीब परिवारों को राहत पहुंचाई जा रही है। जिन्होंने केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर तो प्राप्त कर लिया लेकिन इसको रीफिल करवाने का खर्च उठा पाने में सक्षम नहीं हैं। इस योजना के माध्यम से राज्य के बीपीएल और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से जुडे़ सभी पात्र परिवारों को गैस सिलेंडर अब मात्र 500 रुपए में मुहैया कराया जा रहा है।
76 लाख परिवार लाभान्वित
वित्तीय वर्ष 2023 में एक अप्रेल से शुरू की गई इस योजना के तहत अब तक लगभग 76 लाख परिवारों को राहत मिली है। अब तक योजना के तहत लगभग 14 लाख लाभार्थियों के जनाधार से जुड़े बैंक खाते में राज्य सरकार की ओर से 60 करोड़ रुपए की राशि हस्तांतरित भी की जा चुकी है। जयपुर में आयोजित लाभार्थी उत्सव में सोमवार 5 जून को स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बटन दबाकर यह राशि लाभार्थियों के खाते में हस्तांतरित की।
योजना के लिए ये परिवार होंगे पात्र
इस योजना का लाभ राज्य के सभी बीपीएल और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से जुड़े परिवार उठा सकते हैं। इसके लिए उन्हें पहले अपने नजदीकी महंगाई राहत कैंप में जाकर जनाधार कार्ड की सहायता से अपना पंजीकरण करवाना होगा।
उज्ज्वला में सिलेंडर तो मिला पर रीफिल नहीं करवा पा रहे थे: शाहीना बानो
‘राज्य सरकार की ओर से गैस सिलेंडर पर मिली सब्सिडी से हमारे परिवार को आर्थिक संबल मिल रहा है।’ यह कहना है, जयपुर की रहने वाली शाहीना बानो का। परिवार की माली हालात ठीक नहीं होने के कारण शाहीना और उनके परिवार को मूलभूत सुख-सुविधाओं से समझौता करना पड़ता था।
उनके पति इलेक्ट्रिशियन का काम कर बमुश्किल गुजारा चला पाते हैं। उन्होंने बताया कि गैस सिलेंडर को वे प्रतिमाह रीफिल नहीं करा पाती थी, महंगाई राहत कैंप में पंजीकरण करवाने के बाद अब वही सिलेंडर 500 रुपए में रीफिल हो जाएगा। जो हमारे जैसे गरीब परिवारों के लिए बहुत बड़ी राहत है।
बचत से बच्चों को मिलेगी बेहतर परवरिश: आशा
सूरजपोल अनाज मंडी की रहने वाली आशा बताती हैं कि यह योजना उनके परिवार के लिए राहत की नई किरण बनकर आई है। आशा बताती है कि मजदूरी करते हुए परिवार चलाना और बच्चों को अच्छी परवरिश देना काफी मुश्किल हो गया था। लेकिन अब राज्य सरकार की इस योजना से उन्हें रियायती दरों पर गैस सिलेंडर मिल रहा है। आशा ने बताया कि प्रति सिलेंडर पर होने वाली बचत राशि से वे अपने परिवार को बेहतर सुख-सुविधा व गुणवत्तापूर्ण जीवन दे पाएंगी।