झुंझुनूं. जिले में पुलिस अधीक्षकों का जल्दी तबादला होना चर्चा का विषय है। पिछले छह साल में अब तक छह एसपी रह चुके हैं। इनमें से पांच ऐसे रहे हैं जिनका कार्यकाल एक वर्ष भी पूरा नहीं हुआ। अब सातवें एसपी के रूप में श्याम सिंह को लगाया गया है। पिछले एसपी मृदुल कच्छावा, प्रदीप मोहन शर्मा, मनीष त्रिपाठी, जगदीश शर्मा व राजेन्द्र कुमार गोयल एक साल का कार्यकाल भी पूरा नहीं कर पाए।
मनीष त्रिपाठी: दस माह से कम
त्रिपाठी ने 7 जनवरी 2021 को एसपी का कार्यभार संभाला। त्रिपाठी अक्टूबर 2021 में तबादला कर दिया गया। इनका कार्यकाल दस माह से कम रहा। एक साल भी पूरा नहीं कर पाए। इनके कार्यकाल में जिले में सर्वाधिक एटीएम उखड़े।
प्रदीप मोहन शर्मा: 9 माह से कम
शर्मा ने 18 अक्टूबर 2022 को एसपी का कार्यभार संभाला। पांच जुलाई 2022 को इनका तबादला अजमेर में हाडी रानी बटालियन में कमांडेंट पद पर कर दिया गया। वे मूलनिवासी भी अजमेर जिले के हैं। झुंझुनूं में उनका कार्यकाल नौ माह से कम का रहा।
मृदुल कच्छावा: एक साल से कम
कच्छावा ने 9 जुलाई 2022 को कार्यभार संभाला। संगठित अपराध को रोकने का प्रयास किया। कई हिस्ट्रीशीटर भी पकड़े। अब 2 जून को उनका तबादला भरतपुर कर दिया गया। वे एक साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके।
जगदीश चंद्र शर्मा: एक साल से कम
जयपुर जिले के रहने वाले शर्मा ने 12 फरवरी 2020 को एसपी के रूप में कार्यभार संभाला। जनवरी 2021 को इनका तबादला कर दिया गया। इनका कार्यकाल भी एक साल से कम रहा। पूरे शहर में जनप्रतिनिधियों की तर्ज पर खुद के पोस्टर व बैनर लगवाने को लेकर चर्चित रहे थे।
गौरव यादव: 13 माह
उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले के रहने वाले गौरव यादव ने दस जनवरी 2019 को कार्यभार संभाला। दस फरवरी 2020 को इनका तबादला कोटा कर दिया गया। इनके कार्यकाल में यातायात व्यवस्था सुधरी। हेलमेट के प्रति लोग जागरूक रहे। सड़क हादसों में कमी आई। इनका कार्यकाल करीब तेरह माह का रहा।
राजेन्द्र प्रसाद गोयल: 6 माह से कम
गोयल ने 2 अगस्त 2018 को एसपी के रूप में कार्यभार संभाला। 9 जनवरी 2019 को इनका तबादला आरएएसी जयपुर में कर दिया गया। इनका कार्यकाल 6 माह से कम रहा। पांच साल में सबसे कम कार्यकाल गोयल का ही रहा।